Edited By Updated: 16 Jan, 2017 12:24 PM
सरकारी तौर पर घरेलू गैस सिलैंडर का व्यापारिक मकसद से प्रयोग करने को लेकर लगाई गई सख्त पाबंदी के बावजूद भी शहर में बड़ी संख्या में ढाबों, हलवाई की दुकानों, मैरिज पैलेसों तथा रेहडिय़ों में सरेआम घरेलू .......
कपूरथला (गौरव): सरकारी तौर पर घरेलू गैस सिलैंडर का व्यापारिक मकसद से प्रयोग करने को लेकर लगाई गई सख्त पाबंदी के बावजूद भी शहर में बड़ी संख्या में ढाबों, हलवाई की दुकानों, मैरिज पैलेसों तथा रेहडिय़ों में सरेआम घरेलू गैस सिलैंडरों का प्रयोग होता आमतौर पर देखा जा सकता है जो कहीं न कहीं सिविल सप्लाई विभाग की लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार घरेलू गैस सिलैंडर पर सबसिडी देती है और सख्त दिशा-निर्देश हैं कि कोई भी दुकानदार व ढाबा संचालक सिर्फ कमर्शियल सिलैंडर ही प्रयोग में ला सकता है लेकिन चंद रुपए बचाने के चक्कर में पिछले दरवाजे से घरेलू गैस सिलैंडर खरीद कर उसका दुरुपयोग हो रहा है जिससे सरकार को लाखों रुपए का चूना लग रहा है। फपंजाब केसरी’ ने घरेलू गैस के प्रयोग को लेकर जब शहर के विभिन्न स्थानों का दौरा किया तो काफी हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई।
शहर में बड़ी संख्या में हलवाई की दुकानों, ढाबों, फास्ट फूड की रेहडिय़ों, मैरिज पैलेसों आदि में इतनी बड़ी संख्या में घरेलू गैस सिलैंडरों का खुलेआम प्रयोग हो रहा था जैसे उक्त लोगों को कानून का कोई डर ही न हो। सूत्रों से पता चला है कि इन दुकानदारों, मैरिज पैलेस मालिकों व रेहड़ी वालों को ब्लैक में घरेलू गैस सिलैंडरों की धड़ल्ले से सप्लाई हो रही है। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से लगातार चल रहा है, जबकि सिविल सप्लाई विभाग वर्ष में 1-2 बार चैकिंग कर खानापूर्ति कर देता है जिस कारण ऐसे लोगों को घरेलू गैस सिलैंडर के प्रयोग की खुली छूट मिल गई है।
यह मामला काफी गंभीर है। विभाग द्वारा समय-समय पर छापेमारी की जाती है व घरेलू सिलैंडर का व्यापारिक प्रयोग करने वालों पर शिकंजा कसा जाता है। मामला सामने आया है तो जल्द ही विभागीय टीम बनाकर ऐसे लोगों के खिलाफ छापेमारी कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सतनाम सिंह, जिला फूड सप्लाई अधिकारी