Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Oct, 2023 10:45 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर प्रदेश से सामाजिक बुराइयों को खत्म करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
होशियारपुर (राकेश) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर प्रदेश से सामाजिक बुराइयों को खत्म करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। यहां श्री राम लीला कमेटी द्वारा मनाए गए दशहरा उत्सव के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि इस उत्सव को मनाने के लिए डेढ़ लाख से अधिक लोग यहां एकत्र हुए हैं। मान ने प्रशासन से आने वाले समय में इस त्योहार को बड़े स्तर पर मनाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने को कहा। उन्होंने कहा कि दशहरा मैदान के नाम से मशहूर इस स्थान को निकट भविष्य में और बड़ा बनाया जाए इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को चिकित्सा शिक्षा का केंद्र बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि होशियारपुर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज आगामी वर्ष से चालू हो जाएगा जिससे लोगों को काफी सुविधा होगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी तरह होशियारपुर में और भी विकास कार्य शुरू किए जाएंगे जिससे शहर की नुहार बदल जाएगी।
मुख्यमंत्री ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वह दशहरा उत्सव मनाने के लिए सुनाम जाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नहीं बल्कि भगवान श्री राम के एक विनम्र भक्त के रूप में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के असली मुख्य अतिथि भगवान राम हैं, जिन्होंने युगों-युगों से पूरी मानवता को आशीर्वाद दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध होशियारपुर दशहरा का हिस्सा बनना बहुत खुशी और गर्व की बात है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह उत्तर भारत के सबसे बड़े दशहरे का हिस्सा बनकर धन्य महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बड़ी बात है कि होशियारपुर शहर में भी लोग एकजुट होकर दशहरा मना रहे हैं जबकि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अन्य शहरों में ऐसी एकता कम ही देखने को मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा का पर्व हमें दृढ़ रहने, क्त्रोध पर नियंत्रण रखने और नफरत से दूर रहने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि ये तीन कारक सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के भी पतन का कारण बनते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि त्यौहार हमें आपसी भाईचारा रखना भी सिखाते हैं और उन्होंने लोगों से राज्य के प्राचीन गौरव को बहाल करने के लिए सामाजिक बुराइयों को जड़ से खत्म करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह त्योहार हमें हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है। उन्होंने लोगों से राज्य में शांति, सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए खुद को समर्पित करके इस खुशी के अवसर को ईमानदारी से मनाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को जाति, नस्ल और रंग भेदभाव से ऊपर उठकर पूरे धार्मिक उत्साह के साथ यह त्योहार मनाना चाहिए।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री ब्रहम शंकर जिम्पा, विधायक रवजोत सिंह, विधायक जसवीर सिंह राजा गिल, विधायक डा. रवजोत सिंह, विधायक करमवीर सिंह घुम्मन, वरिष्ठ अतिरिक्त महाधिवक्ता इंद्रपाल सिंह धन्ना, पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, पूर्व सांसद कमल चौधरी, डी.आई.जी. जालंधर रेंज स्वपन शर्मा, डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल, मेयर सुरिंदर कुमार, एसएसपी सरताज सिंह चाहल, जिला योजना समिति की चेयरपर्सन करमजीत कौर, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन हरमीत सिंह औलख व अन्य हस्तियां मौजूद रहीं।