Edited By Vatika,Updated: 07 Mar, 2025 03:48 PM

गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहे नगर निगम के हालात इतने खराब हो चुके है
चंडीगढ़ः गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहे नगर निगम के हालात इतनी खराब हो चुकी है कि कजौली वाटर वर्क्स के बिजली का बिल भरने के लिए पैंशन अकाऊंट से 6 करोजड रुपए निकालने पड़े। समय पर भुगतान नहीं करने पर लगभग 11 लाख पैनल्टी लग सकती थी। इस गंभीर स्थिति को देख अधिकारियों ने यह फैसला लिया है। बिजली आपूर्ति प्रभावित होने के कारण शहर की जल आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है। निगम हर माह 4 से 5 करोड़ रुपए पंजाब को बिजली बिल के तौर पर देता है।
चंडीगढ़ नगर निगम की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ी जा रही है। वर्तमान में निगम इतने गंभीर संकट में है कि कर्मचारियों के वेतन के लिए भी पैसा नहीं है। वहीं अब पैंशन अकाऊंट से 6 करोड़ निकालकर बिजली का बिल भरा गया। नगर निगम के पास राजस्व उपन्न करने के सीमित साधन है। केंद्र से मिलने वाली वित्तीय सहायता भी पर्याप्त नहीं साबित हो रही है।
आने वाले समय में पैंशन का भुगतान करने में आ सकती है मुश्किल
माहिरों के मुताबिक अगर इस तरह की निकासी जारी रही तो आने वाले समय में पैंशनरों को पैंशन का भुगतान करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। यह गंभीर आर्थिक संकट का संकते है और प्रशासन को इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। निगम अधिकारियों का मानना है कि फिलहाल यह कदम आवश्यक हो गया था क्योंकि कजौली वाटर वर्क्स का बिजली बिल न चुकाने की स्थिति में पैनल्टी के साथ-साथ जल आपूर्ति में रुकावट की आशंका थी। निगम वित्तीय स्थिरता लाने के लिए वैकल्पिक योजनाओं पर काम कर रहा है, लेकिन जब तक ठोस समाधान नहीं निकलता, तब तक अस्थायी उपायों से ही काम चलाना पड़ेगा। वहीं निगम के निर्णय के बाद कर्मचारियों और पैंशनर्स में भारी असंतोष देखा जा रहा है।