Edited By Updated: 23 Mar, 2017 05:31 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह जून में बजट सत्र से पहले अपने मंत्रिमंडल में विस्तार करेंगे। कैप्टन ने 9 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ 16 मार्च को ली थी। कैप्टन अपने मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री नियमों के अनुसार शामिल कर सकते...
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह जून में बजट सत्र से पहले अपने मंत्रिमंडल में विस्तार करेंगे। कैप्टन ने 9 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ 16 मार्च को ली थी। कैप्टन अपने मंत्रिमंडल में कुल 17 मंत्री नियमों के अनुसार शामिल कर सकते हैं। राज्य विधानसभा का पहला सत्र कल से शुरू होने जा रहा है, जिसमें सरकार द्वारा वोट आन अकाऊंट पेश किया जाएगा। अमरेन्द्र सरकार द्वारा अपना रैगुलर बजट जून माह में पेश किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन ने एक टी.वी. चैनल को दिए साक्षात्कार में संकेत दिए हैं कि वह राज्य के रैगुलर बजट से पहले अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कैप्टन को अपने मंत्री चुनने की खुली छूट दी हुई है। कैप्टन द्वारा अपने मंत्रिमंडल में अगले विस्तार के समय भी वरिष्ठता, अनुभव तथा क्षेत्रीय समानता को बनाए रखते हुए मंत्रियों का चयन किया जाएगा। कैप्टन ने कहा कि वह इस बात की पूरी कोशिश करेंगे कि राज्य के सभी क्षेत्रों को सम्मान प्रतिनिधित्व कैबिनेट में दिया जाए, ताकि राज्य के सभी क्षेत्र समान रूप से प्रगति पथ पर आगे बढ़ सकें। कैप्टन ने कहा कि उनकी सरकार ने डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा को इसलिए जारी रखा क्योंकि वह एक पेशेवर अधिकारी हैं, जबकि पूर्व मुख्य सचिव को इसलिए बदला क्योंकि वह पूर्व सरकार के काफी निकट थे।
कांग्रेसी हलकों ने बताया कि कैप्टन की कोशिश होगी कि जो विधायक 3 या अधिक बार जीत कर आए हैं, उन्हें ही अगले मंत्रिमंडल विस्तार में बतौर मंत्री शामिल किया जाए। पहली या दूसरी बार विधायक बने कांग्रेसी नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान मिलना मुश्किल है। राज्य में अभी एक दर्जन से ज्यादा ऐसे कांग्रेसी विधायक हैं, जो तीन से पांच बार तक चुनाव जीत चुके हैं। इसलिए उन्हें अगले मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान मिल जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मई महीने में कैप्टन द्वारा रूपरेखा तय की जाएगी। फिलहाल मंत्री बनने के चाहवान कांग्रेसी विधायक कैप्टन के आसपास घूम रहे हैं। कुल मिलाकर मंत्रिमंडल विस्तार में भी राहुल द्वारा कैप्टन को खुला हाथ दिया जाएगा ताकि वह साफ सुथरी छवि वाले विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकें।