Edited By Vaneet,Updated: 03 Jun, 2020 02:15 PM
नवजोत सिद्धू द्वारा लोकल बॉडीज विभाग से इस्तीफा देेने के काफी देर बाद भी उनके द्वारा अपने कार्यकाल...
लुधियाना(हितेश): नवजोत सिद्धू द्वारा लोकल बॉडीज विभाग से इस्तीफा देेने के काफी देर बाद भी उनके द्वारा अपने कार्यकाल में लिए गए फैसलों को बदलने का सिलसिला जारी है जिसके तहत विकास कार्यों या किसी तरह की परचेज के लिए अपनाई जा रही प्रकिया में अब सिंगल टैंडर दूसरी बार में स्वीकार होगा।
यहां बताना उचित होगा कि पारदर्शिता के नाम पर लागू की गई ई-टैंडर प्रकिया के आरंभ के दौर में सिंगल टैंडर आने पर भी उसे स्वीकार कर लिया जाता था लेकिन नवजोत सिद्धू ने मंत्री बनने के बाद अकाली-भाजपा सरकार के समय हुए विकास कार्यों की समीक्षा की तो सिंगल टैंडर स्वीकार करने पर सवाल खड़े किए। नवजोत सिद्धू के मुताबिक सिंगल टैंडर के नाम पर जो वर्क ऑर्डर काफी ज्यादा रेट पर जारी किए गए, उसी कैटेगरी के विकास कार्य काफी कम रेट पर चल रहे थे।
इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश करने के अलावा नवजोत सिद्धू द्वारा ई-टैंडर के सिस्टम में बदलाव किया गया। जिसके तहत तीसरी बार सिंगल टैंडर आने पर ही रेट कम होने की गारंटी के साथ वर्क ऑर्डर जारी करने का नियम लागू किया गया जिसमें अब ब्रह्म महिंद्रा द्वारा बदलाव कर दिया गया है। इस संबंधी एडीशनल चीफ सैकेटरी द्वारा जारी ऑर्डर के मुताबिक दूसरी बार सिंगल टैंडर आने वर्क ऑर्डर जारी करने की छूट दी गई है।