Edited By Vatika,Updated: 18 Feb, 2019 02:47 PM
पंजाब विधानसभा में वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की तरफ से पेश किए गए बजट के दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ। अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के बीच हुई तीखी बहस के बाद स्पीकर की तरफ से अकाली -भाजपा विधायकों को सदन में से...
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा में वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की तरफ से पेश किए गए बजट के दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ। अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू के बीच हुई तीखी बहस के बाद स्पीकर की तरफ से अकाली -भाजपा विधायकों को सदन में से बाहर कर दिया गया।
यहां मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व वित्त मंत्री परमिन्दर सिंह ढींडसा और बिक्रम सिंह मजीठिया ने विधानसभा स्पीकर पर पक्षपात के आरोप लगाते हुए कहा कि वह विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लेकर आना चाहते थे, जिसके बारे उन्होंने बाकायदा स्पीकर से विनती भी की थी लेकिन प्रस्ताव लाने की बात कहने के बावजूद वह अपनी बात से मुकर गए। इसी कारण उन्हें मजबूरन वित्तमंत्री के भाषण का विरोध करना पड़ा।
ढींडसा ने कहा कि बजट की शुरूआत में ही उन्होंने स्पीकर को प्रस्ताव लाने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ़ सरकार से सिद्धू के बयान पर स्पष्टीकरण लेना चाहते थे। मजीठिया ने कहा कि कांग्रेसी विधायक परमिन्दर पिंकी को जीरो ऑवर में प्रस्ताव लाने की इजाज़त दे दी गई और उनका प्रस्ताव पास भी किया गया लेकिन जब उन्होंने प्रस्ताव लाने की मांग की तो स्पीकर ने उन्हें इंकार कर दिया।