Edited By Vatika,Updated: 22 Aug, 2023 12:28 PM
जो घर बचे हैं उन पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है।
नंगल: भाखड़ा बांध की गोबिंद सागर झील में लगातार पानी की आवक कम होने के कारण भाखड़ा बांध का जल स्तर 1672.74 फुट तक पहुंच गया। आज भी भाखड़ा बांध के फ्लड गेट 4 फुट तक खुले रहे। वहीं गत शाम 6 बजे भाखड़ा बांध की गोबिंद सागर झील में पानी की आवक 41246 क्यूसिक दर्ज की गई।
15 अगस्त को सतलुज दरिया में भारी मात्रा में छोड़े गए पानी के कारण नंगल और श्री आनंदपुर साहिब के 2 दर्जन गांव पानी की चपेट में आ गए थे। इनमें से हरसा बेला, पत्ती जीवन सिंह, बेला ध्यानी, भनाम, भलाण आदि गांवों के ज्यादातर हिस्से कई दिनों तक पानी में डूबे रहे। प्रशासन ने लोगों को रैस्क्यू कर बाहर निकाला था। इस बाढ़ से सबसे अधिक हरसा बेला के लोग प्रभावित हुए जहां यह गांव पानी से पूरी तरह घिर गया था। लोगों ने बताया कि बाढ़ से 3-4 घर तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और जो घर बचे हैं उन पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है।
इस खतरे को देखते हुए गांव वासी अपने घरों को ताले लगाकर अन्य जगहों पर शिफ्ट हो गए हैं।गांव के लोगों ने बताया कि गैर कानूनी माइनिंग और प्रशासन की अनदेखी के कारण उनके धर ध्वस्त हो रहे हैं। पंजाब मोर्चा के प्रतिनिधि गौरव राणा, परमजीत सिंह समेत अन्य ने बताया कि बाढ़ से पहले उन्होंने प्रशासन और सरकार से घरों और जमीन को सुरक्षित करने की मांग की थी परंतु उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया जिस कारण बड़ी समस्या आई है।