Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Nov, 2017 08:17 AM
पंजाब विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा के विरुद्ध जहां शिरोमणि अकाली दल बादल द्वारा मोर्चा खोल दिया गया है, वहीं ‘आप’ के कन्वीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के किरदार को लेकर भी ठीक-ठीक बोला है। शिरोमणि अकाली दल बादल...
अमृतसर(पुरी): पंजाब विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा के विरुद्ध जहां शिरोमणि अकाली दल बादल द्वारा मोर्चा खोल दिया गया है, वहीं ‘आप’ के कन्वीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के किरदार को लेकर भी ठीक-ठीक बोला है। शिरोमणि अकाली दल बादल के मुख्य प्रवक्ता एवं महासचिव विरसा सिंह वल्टोहा ने माझा की सारी लीडरशिप के साथ प्रैस कांफ्रैंस दौरान कहा कि दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल ने पंजाब विधान सभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खेहरा के मामले में चुप्पी साध ली है।
उन्होंने कहा कि सुखपाल सिंह खैहरा ड्रग तस्करी जितना पैसा कमाता रहा, उसमें से हिस्सा केजरीवाल को भी पहुंचता रहा है, इसी कारण उसे कांग्रेसी पृष्ठभूमि होने के बावजूद विरोधी पक्ष का नेता बनाया गया और अब पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा खेहरा की उस पटीशन को रद्द करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसमें फाजिल्का की अदालत के फैसले को चुनौती दी गई थी। प्रैस कांफ्रैंस दौरान विरसा सिंह वल्टोहा ने सुखपाल सिंह खैहरा और ड्रग तस्करों की सांझा तस्वीरें जारी करते कहा कि शिरोमणि अकाली दल की मांग है कि केजरीवाल जो अपने आपको सच्चा, शुद्ध और दूध से धोया साबित करने की कोशिश कर करता है, सुखपाल सिंह खैहरा को तुरंत पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप से रद्द कर पार्टी से बाहर निकाले। उन्होंने कहा कि खुद सुखपाल सिंह खैहरा अपनी विधायक पद से इस्तीफा देकर अदालत के ट्रायल का सामना करे।
उन्होंने कहा कि पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय ने सुखपाल सिंह खैहरा की पटीशन को रद्द कर जो संकेत दिए हैं, उससे लगता है कि खैहरा को सजा भी हो सकती है। ऐसे हालात में सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा जो लाइव वीडियो जारी की गई है, वह बेशर्मी की हद पार करने वाली बात है। वह गुमराह करने के साथ-साथ अपने आप को झूठा आश्वासन देने की कोशिश कर रहा है। अदालत को तभी शक हो गया था जब उसने ड्रग रैक्ट की जांच सी.बी.आई से करवाने की पटीशन दी थी परन्तु फिर वापस ले ली थी। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले से इस बात पर मोहर लगी है कि खैहरा ड्रग रैक्ट का किंग पिन है। उन्होंने कहा कि ड्रग स्मगलर गुरदेव सिंह ने जांच दौरान माना है कि वह विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा को फंड देता रहा है, जिस कारण खैहरा की आमदन 5 वर्षों में ही 2 करोड़ से 52 करोड़ तक पहुंच गई।