Edited By Updated: 07 Dec, 2016 12:19 PM
अकाली-भाजपा सरकार द्वारा राज्य के 27 हजार ठेका कर्मचारियों को रैगुलर करने संबंधी 42 दिन बीतने के बावजूद कोई नोटीफिकेशन जारी
लुधियाना(विक्की): अकाली-भाजपा सरकार द्वारा राज्य के 27 हजार ठेका कर्मचारियों को रैगुलर करने संबंधी 42 दिन बीतने के बावजूद कोई नोटीफिकेशन जारी न किए जाने के चलते कर्मचारियों में फिर से सरकार के खिलाफ विरोध की चिंगारी सुलगनी शुरू हो गई है। इस शृंखला में एस.एस.ए. दफ्तरी कर्मचारी यूनियन ने रोष जताते हुए सरकार के खिलाफ 12 दिसम्बर को चंडीगढ़-43 बस अड्डे एवं अन्य स्थानों पर 50 हजार कैरी बैग बांटने का फैसला किया है।
यूनियन के प्रधान इमरान भट्टी व राजिंद्र सिंह ने बताया कि सरकार ने कर्मचारियों को रैगुलर करने के लिए 25 अक्तूबर को मंत्रिमंडल की मीटिंग में फैसला लिया था लेकिन अभी तक इस संबंधी नोटीफिकेशन जारी करने के लिए झूठे आश्वासन ही दिए जा रहे हैं, जबकि मीटिंग के अगले दिन मुख्यमंत्री ने एक-दो दिन में ही नोटीफिकेशन जारी करने की बात कही थी।
यूनियन के राज्य उपप्रधान आशीश जुलाह व महासचिव दलजिंद्र सिंह ने कहा कि नोटीफिकेशन संबंधी फाइल अभी दफ्तरों के ही चक्कर काट रही है, जिसके चलते हो रही लेट-लतीफी से कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। यूनियन ने फैसला किया है कि 12 दिसम्बर को मोहाली में सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारी मुख्य दफ्तरों एवं सैक्टर-43 के बस अड्डे के बाहर 50 हजार कैरी बैग बांटे जाएंगे, जिसमें सरकार के झूठे वायदों की पोल लोगों के सामने खोली जाएगी। अगर कर्मचारियों को रैगुलर न किया गया तो आने वाले विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ अकाली-भाजपा को इसके नतीजे भुगतने पड़ेंगे।