Edited By Updated: 27 Apr, 2017 04:40 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी मंदिर के निकट स्थित गुरुद्वारा बावड़ी....
अमृतसर(ममता,दीपक): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी उड़ीसा के जगन्नाथ पुरी मंदिर के निकट स्थित गुरुद्वारा बावड़ी साहिब की ऐतिहासिक महत्ता के मद्देनजर इसका नवनिर्माण करके खूबसूरत रूप देने के लिए कार्रवाई करेगी। यह विचार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने एक बयान में प्रकट किए।
उन्होंने कहा कि इससे संबंधित कुछ दिन पहले शिरोमणि कमेटी की ओर से कार्यकारिणी सदस्य सुरजीत सिंह भिट्टेवड़, मैंबर रजिन्द्र सिंह मेहता और सचिव डा. रूप सिंह पर आधारित एक प्रतिनिधिमंडल जगन्नाथ पुरी भेजा गया था। जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित इस ऐतिहासिक स्थान की अंतर्राष्ट्रीय जरूरतों अनुसार इमारत, लंगर घर, सराय और मैडीकल सहूलियतों के लिए यत्न किए जाएंगे। प्रो. बडूंगर ने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई करने के लिए एक सब-कमेटी भी बनाई गई है, जिसमें उड़ीसा सिख प्रतिनिधि बोर्ड के प्रधान महेन्द्र सिंह, भाई हिम्मत चैरीटेबल ट्रस्ट से जगजीत सिंह और सतपाल सिंह पाली के अलावा शिरोमणि कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य सुरजीत सिंह भिट्टेवड़ और सचिव डा. रूप सिंह को शामिल किया गया है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के सचिव डा. रूप सिंह ने बताया कि प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर के निर्देश अनुसार गुरुद्वारा साहिब की जगह प्राप्त करने के लिए जगन्नाथ पुरी ट्रस्ट के चेयरमैन गजपति जी महाराज, मुख्य प्रबंधक सुरेश कुमार और जगन्नाथ पुरी के डिप्टी कमिश्नर अरविन्द अग्रवाल आई.ए.एस. के साथ बातचीत दौरान मामले से संबंधित अलग-अलग पहलुओं पर विचार किया गया है। इस दौरान वफद के सदस्यों ने गुरुद्वारा साहिब के दर्शन कर असली स्थिति का जायजा भी लिया। उन्होंने बताया कि बातचीत दौरान सबकी ओर से हां में स्वीकृति दी गई है।
डा. रूप सिंह ने कहा कि जगन्नाथ पुरी ट्रस्ट के चेयरमैन गजपति महाराज ने गुरुद्वारा साहिब की संभाल के लिए शिरोमणि कमेटी पर भरोसा प्रकट किया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय दो सिख संगठनों, उड़ीसा सिख प्रतिनिधि बोर्ड और भाई हिम्मत सिंह चैरीटेबल ट्रस्ट के नेताओं के साथ बातचीत करके दोनों धड़ों का आपसी तालमेल भी करवाया गया है, जिस उपरांत उन्हें शिरोमणि कमेटी की ओर से लिए गए फैसले अनुसार चलने का विश्वास दिलाया है।