Edited By Updated: 24 Mar, 2017 08:01 AM
राजनीतिक दबाव के चलते वर्ष 2014 में फाजिल्का इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट द्वारा अबोहर इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट से ब्याज पर ली गई साढ़े 4 करोड़ रुपए की राशि प्रशासन.......
अबोहर(भारद्वाज): राजनीतिक दबाव के चलते वर्ष 2014 में फाजिल्का इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट द्वारा अबोहर इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट से ब्याज पर ली गई साढ़े 4 करोड़ रुपए की राशि प्रशासन द्वारा बार-बार पत्र लिखने के बावजूद अबोहर को वापस नहीं दी जा रही है, जिसके कारण आर्थिक संकट झेल रही नगर परिषद द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्य ठप्प होकर रह गए हैं। हालत यह है कि पैसे न होने के कारण बिजली के बिल न भरने के चलते बिजली बोर्ड ने अबोहर की स्ट्रीट लाइट, वाटर वक्र्स व डिस्पोजल तक के कनैक्शन काट दिए थे जिसमें नगर परिषद ने कई दिनों के प्रयास के बाद बमुश्किल वाटर वक्र्स व डिस्पोजल का कनैक्शन तो जुड़वा लिया लेकिन पिछले लगभग एक माह से इलाके की स्ट्रीट लाइट पूरी तरह से बंद है और अबोहर अंधेरे में डूबा हुआ है।
इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट से यह मिलता है जवाब-लोन होने के बाद ही पैसा वापस मिलेगा
बार-बार गुहार लगाने पर जवाब यह मिलता है कि फाजिल्का इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट अपनी किसी जमीन पर लोन करवाने का प्रयास कर रही है और लोन होने के बाद ही यह पैसा वापस मिलेगा परन्तु इस कर्ज वापसी पर खतरा इसलिए भी बढ़ गया है क्योंकि पंजाब सरकार ने कैबिनेट की पहली बैठक में पंजाब की सभी इम्पू्रवमैंट ट्रस्टों को खत्म करने के संकेत दे दिए हैं। ऐसे में अबोहर की यह करोड़ों रुपए की राशि विभागीय तौर पर फंसने का अंदेशा है। हालांकि बताया गया है कि एक बार फाजिल्का इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट ने उक्त राशि के ब्याज के तौर पर 55 लाख रुपए की अदायगी जरूर की थी लेकिन मुख्य साढ़े 4 करोड़ रुपए की राशि वापस नहीं दी गई है।
शहर की मुख्य सड़कों का निर्माण भी अधर में
आर्थिक संकट के कारण शहर की मुख्य सड़कों का निर्माण भी अधर में लटका हुआ है और वह बेहद बदतर हालत में है। स्थिति इतनी खराब है कि नगर परिषद पैसे की तंगी की वजह से शहर की दो मुख्य सड़कों अरोड़वंश धर्मशाला रोड व गौशाला रोड पर पैचवर्क तक करवाने की स्थिति में नहीं है। महत्वपूर्ण बात यह है कि उक्त दोनों सड़कें ही शहर की वह मुख्य सड़कें हैं जहां से इलाका निवासियों का आना व जाना होता है, परन्तु फंड की कमी के कारण नगर परिषद भी बेबस है और इस बेबसी में अबोहर को फाजिल्का इम्पू्रवमैंट ट्रस्ट से अपने ही साढ़े 4 करोड़ रुपए वापस लेने के लिए बार-बार गुहार लगानी पड़ रही है।