Edited By Sonia Goswami,Updated: 30 Apr, 2018 09:23 AM
आम आदमी पार्टी (आप) के सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा ने पंजाब सरकार की ओर से नशा मुक्ति व पुनर्वास के लिए किए जा रहे प्रयत्नों की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): आम आदमी पार्टी (आप) के सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा ने पंजाब सरकार की ओर से नशा मुक्ति व पुनर्वास के लिए किए जा रहे प्रयत्नों की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं। अरोड़ा ने कहा कि भले ही 2014 में पंजाब राज्य नशा छुड़ाओ और पुनर्वास बोर्ड का गठन किया गया था परंतु 2014 से अब तक सिर्फ 4 बैठकें ही की गई हैं और सारे दावे हवा होते नजर आ रहे हैं।
साल 2013 से 2017 तक 326.11 करोड़ रुपए में से मात्र की बजट एलोकेशन की गई थी, वहीं इसमें केवल 161.17 करोड़ इस मकसद के लिए खर्च किए गए। इससे अधिक ङ्क्षचताजनक यह है कि सरकार द्वारा 2017-18 में इस मकसद के लिए सिर्फ 6 करोड़ ही एलोकेट किए गए।
‘आप’ नेता ने कहा कि सेहत मंत्री द्वारा मुहैया ये आंकड़े बता रहे हैं कि 2014 में जब से इस बोर्ड का गठन हुआ है तब से ही सरकारी ओ.पी.डी. के आंकड़े लगातार गिरते हुए क्रमवार 2014 में 289366, 2015 में 189242 और 2016 में 149409 के बाद 2017 में 108767 पर आ चुके हैं जबकि इसके उलट प्राइवेट ओ.पी.डी. में ये आंकड़े लगातार बढ़ते हुए क्रमवार 32258, 74108, 195700 के बाद 2017 में 426619 तक पहुंच चुके हैं। अरोड़ा ने सरकार से मांग की है कि पंजाब के इस अति संवेदनशील मसले के लिए सरकार को बेहद संजीदगी से उचित कदम उठाने चाहिएं।