Edited By Updated: 27 Jun, 2016 06:26 PM
1984 के सिख दंगा पीड़ितों के 22 मामलों की एस.आई.टी. फिर से जांच करेगी।
फतेहगढ़ साहिबः 1984 के सिख दंगा पीड़ितों के 22 मामलों की एस.आई.टी. फिर से जांच करेगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को माता गुजरी काॅलेज में बाबा बंदा बहादुर के 300 साला शहीदी दिवस कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा- सभी दंगा पीड़ितों को इंसाफ मिले, इसके लिए एस.आई.टी. बनाई गई है। उन्होंने कहा कि 286 मामलों में से 22 मामलों की फिर पड़ताल अपेक्षित है। इस दुखांत के पीड़ितों को कानून के मुताबिक इंसाफ जरूर दिलाया जाएगा।
पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश भारत को अस्थिर करने में जुटा हुआ है। गृह मंत्री ने कहा कि भारत उन सुरक्षा बलों को नहीं भूल सकता जो शहीद होते हैं। वे अब हमारे साथ नहीं हैं और हम उन्हें श्रद्धांजलि अॢपत करते हैं। हाल ही के वर्षों में सुरक्षा बलों पर हुए सबसे घातक हमले में कल सी.आर.पी.एफ. के 8 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और 21 अन्य जख्मी हो गए। कश्मीर के पम्पोर में सी.आर.पी.एफ. की एक बस पर हमला कर आतंकवादियों ने जवानों को शहीद कर दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान चुनौती का सामना करने के लिए देश को साहसी लोगों की जरूरत है।
सिख नायक बंदा सिंह बहादर को श्रद्धासुमन भेंट करते हुए राजनाथ ने कहा कि इतिहासकारों ने उनके बलिदान से संबंधित सही तथ्यों को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश नहीं की जिससे लोगों को इस राष्ट्रीय नायक के महान जीवन बारे जानकारी नहीं मिल सकी। उन्होंने कहा कि देश के लिए खालसा पंथ की शहादतों ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता के लिए सुरक्षा कवच वाली भूमिका निभाई।