Edited By Updated: 26 May, 2016 10:41 AM
दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब में पटियाला के...
पटियाला/ रखड़ा : संत रणजीत सिंह ढडरियां वालों पर हुए हमले के बाद गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार शेखूपुर में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संत ढडरियां वालों के साथ एक घंटा बंद कमरे में बैठक करते हुए उन पर हुए हमले पर दुख व्यक्त किया।
केजरीवाल से बातचीत करने के लिए चंडीगढ़ और दो जिलों के पत्रकार बेसब्री से इंतजार कर रहे थे परंतु केजरीवाल ने संतों के कमरे से बाहर आकर गाड़ी तक जाते हुए मीडिया के आगे मौन धारण किए रखा, जिस कारण जहां एक तरफ मीडिया कर्मी भड़क गए वहीं मीडिया कर्मियों से उपस्थित संगत की भी बहस हो गई और संगत ने मीडिया के विरुद्ध नारेबाजी की। केजरीवाल का इस तरह ‘मौन धारण’ करना शंका के घेरे में है।
यह भी धारणा बन रही है कि केजरीवाल की संतों के साथ बंद कमरे में बैठक का चाहे स्पष्ट तौर पर 2017 के चुनावों पर प्रभाव न पड़े परंतु फिर भी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस मीटिंग ने दूसरी पाॢटयों के अब तक आए नेताओं की कारगुजारी पर भी प्रश्रचिन्ह लगा दिया है।
इन सभी कयासों को रद्द करते हुए संत ढडरियां वालों ने कहा कि पुलिस की तरफ से हमले के साजिशकत्र्ता का नाम प्रसारित न करना और मुख्य दोषियों में शामिल न करने के कारण संगत में रोष है।
उन्होंने कहा कि वे तो बार-बार शहीद हुए भाई भूपिंद्र सिंह के असली दोषियों को गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं और उन्होंने किसी भी संस्था के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला। संतों ने कहा कि हमारा किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ कोई संबंध नहीं है और उनके मन में क्या है, हमें नहीं पता।
उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम में इंसाफ लेने के लिए योग्य कार्रवाई जारी रहेगी और शांतमयी ढंग से 26 मई को ढड्डी साहिब काफी कलां में होने वाले अंतिम अरदास समागम में शिरकत की जाएगी।
महिला पत्रकार के साथ हुई खींचतान
एक निजी चैनल की महिला पत्रकार ने जब केजरीवाल के आगे होकर बातचीत करने की कोशिश की तो उसके साथ खींचतान हो गई और वह केजरीवाल की गाड़ी तक घिसटती चली गई।
इसी दौरान इस महिला पत्रकार का पांव केजरीवाल की गाड़ी के टायर के नीचे आ गया परन्तु केजरीवाल ने इस तरफ कोई ध्यान न दिया और चलते बने।