Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 04:36 PM
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के नेता पूरी तैयारी में हैं। यदि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोई सर्वसम्मति न बन पाई तो केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के लिए पंजाब में मुश्किल रहेगी।
चंडीगढ़ : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के नेता पूरी तैयारी में हैं। यदि आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोई सर्वसम्मति न बन पाई तो केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के लिए पंजाब में मुश्किल रहेगी।
गौरतलब है कि पंजाब से लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों व विधायकों के वोट की कुल कीमत 27,024 है, जिसमें शिअद-भाजपा सदस्यों की संख्या के चलते मोदी सरकार के प्रत्याशी के हक में महज 8,460 कीमत के वोट ही आएंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी आदि के सांसदों-विधायकों की वोट 18,564 है यानी करीब 10,000 से अधिक कीमत के वोट की कमी यहां राजग को रहेगी।
राज्यसभा और लोकसभा सदस्य के वोट की कीमत 708 है जबकि आबादी के आधार पर विधायक के वोट की कीमत 116 बनती है। पंजाब से लोकसभा व राज्यसभा के 19 सदस्य हैं जिनके वोट की कुल कीमत 13,452 है जबकि 117 विधायकों की वोट की कीमत 13,572 है। लोकसभा की एक सीट विनोद खन्ना के निधन के कारण रिक्त हुई है। कांग्रेस के 77, शिअद के 15, भाजपा के 3, आम आदमी पार्टी के 20 और सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के दो विधायक हैं।
लोकसभा में शिअद के 4, कांग्रेस के 3, भाजपा से 1 और आम आदमी पार्टी के 4 सांसद हैं जबकि शिअद और कांग्रेस से 3-3 और भाजपा से 1 राज्यसभा सदस्य हैं। ‘आप’ के भी 2 लोकसभा सांसद पार्टी से निलंबित हैं मगर वह पार्टी व्हिप के विरोध में शायद ही राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करें।
इस आधार पर विधायकों में कांग्रेस के वोट की कीमत 8932, ‘आप’ की 2320, अकाली दल की 1740, भाजपा की 348 और बैंस ब्रदर्स के वोट की कीमत 232 बनती है। लोकसभा व राज्यसभा सदस्यों की वोट की कीमत की गणना करें तो कांग्रेस से 4,248, अकाली दल से 4,956, भाजपा से 1,416 और ‘आप’ से 2,832 कीमत के वोट पड़ेंगे। चुनाव हुआ तो यह तय है कि उत्तर भारत में पंजाब ही ऐसा राज्य होगा जहां राजग को इस तरह का विरोध देखने को मिलेगा।