Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 08:51 AM
प्रत्येक जुवां पर हनीप्रीत के नाम की चर्चा आम है, जहां तक कि मीडिया में भी इस नाम को मसाले के साथ दर्शकों के आगे परोसा। हनीप्रीत के किरदार के कारण ही डेरा मुखी का दी एंड हुआ, जो अब 20 वर्ष के लिए सलाखों के पीछे पहुंच गया।
बठिंडा : प्रत्येक जुवां पर हनीप्रीत के नाम की चर्चा आम है, जहां तक कि मीडिया में भी इस नाम को मसाले के साथ दर्शकों के आगे परोसा। हनीप्रीत के किरदार के कारण ही डेरा मुखी का दी एंड हुआ, जो अब 20 वर्ष के लिए सलाखों के पीछे पहुंच गया।
7 वर्ष पूर्व हनीप्रीत की एंट्री डेरा सिरसा में हुई तो डेरा मुखी ने 32 वर्षीय इस खूबसूरत महिला को गोद लेने का ऐलान कर दिया। यहां तक कि एक डेरा प्रेमी के बेटे डा. विश्वास गुप्ता के साथ उसकी शादी भी कर दी, लेकिन उसे शादी के बाद भी पति के पास जाने की इजाजत नहीं थी, केवल डेरे में रहकर वह सेवा के काम करेगी, ऐसा ही कुछ निर्देश डेरा मुखी का था। फिल्मों में किस्मत आजमाने के लिए ही हनीप्रीत ने डेरा मुखी को तैयार किया और उसे रॉक स्टार बनाने में अहम भूमिका निभाई। हनीप्रीत ने ही सभी फिल्मों का निर्देशन किया और डेरा मुखी के साथ विभिन्न अदाओं के रोल भी निभाए।
5 फिल्मों का निर्माण किया
डेरा मुखी ने हनीप्रीत के साथ 5 फिल्मों का निर्माण किया, जिनमें एम.एस.जी.-1, एम.एस.जी.-2, ङ्क्षहद का पाकिस्तान को नापाक जवाब, जट्टू इंजीनियर व 5वीं फिल्म जो रिलीज होनी थी गुरुकुल है, जिसका ट्रेलर भी डेरा समर्थकों को दिखाया और वाह-वाही हासिल की। डेरा मुखी को विभिन्न किरदार में पेश करने के पीछे भी हनीप्रीत थी, यहां तक कि कुछ फिल्मों में डेरा मुखी के हनीप्रीत के साथ अश्लील हरकतों के दृश्य भी दर्शाए गए। एक आध्यात्मिक गुरु को ऐसे सीन शोभा नहीं देते परन्तु ‘कौन कहे रानी अपना पीछा ढक’ किसी भी प्रेमी की हिम्मत नहीं कि वह फिल्म को लेकर टिप्पणी करे। एम.एस.जी.-1 रिलीज के दौरान सिख संगत ने कुछ हंगामा करने की कोशिश की थी, यहां तक कि सैंसर वोर्ड तक को फिल्म रिलीज न करने के लिए लिखा गया था, परन्तु राजनीतिक दवाब के चलते फिल्म रिलीज हो गई। हरियाणा सरकार तो डेरा मुखी की फिल्मों पर इस कदर मेहरबान थी कि उन्होंने 2 फिल्मों पर टैक्स फ्री का ऐलान भी कर दिया था।
हनीप्रीत की तलाश जारी
डेरा मुखी की राजदार बनी हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस व एस.आई.टी. जोर-शोर से ढूंढ रही है, क्योंकि 25 अगस्त को हुई ङ्क्षहसा में भी उसकी भूमिका भी शक के घेरे में है। उस पर देश द्रोह का मामला भी पंचकूला पुलिस ने दर्ज किया, जिसमें लिखा गया कि उसने डेरा मुखी को सजा के बाद भगाने की कोशिश की थी। पंचकूला में सी.बी.आई. की विशेष अदालत ने जैसे ही सजा का ऐलान किया और हैलीकाप्टर द्वारा डेरा मुखी को रोहतक की सुनारिया जेल में भेजा जाने लगा तो हनीप्रीत भी उनके साथ हैलीकाप्टर में गई। हैलीकाप्टर में बैठने से पहले डेरा मुखी के कमांडों ने पुलिस के आई.जी. स्तर के अधिकारी के साथ बदसलूकी की और डेरा मुखी को भगा ले जाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। इसी मामले में हनीप्रीत के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ, जबकि सभी 5 कमांडों को गिरफ्तार कर उन्हें निलंबित कर दिया, जो गत 7 वर्ष से डेरा मुखी की जैड सुरक्षा दस्ते में शामिल थे। पुलिस ने अब हनीप्रीत को गिरफ्तार करने के लिए लुक आऊट नोटिस भी जारी कर दिया है।
हनीप्रीत के कारण डेरा मुखी का परिवार हुआ दूर
जब से हनीप्रीत डेरा मुखी के संपर्क में आई तब से डेरा मुखी व परिवार में दूरियां बढ़ती गईं, डेरा मुखी भी परिवार से अधिक हनीप्रीत को चाहते थे। डेरा मुखी की परिवार के साथ कई बार कहा सुनी भी हुई, लेकिन उन्होंने परिवार को दूर ही रखा। हनीप्रीत के आने के बाद डेरा मुखी कभी भी परिवार को मिलने नहीं गए केवल गुफा में रहे जबकि उनके परिवार का एक बेटा, दो बेटियां वहां आलीशान बनी अलग-अलग कोठियों में रह रहे हैं। एक अन्य कोठी पत्नी व मां के लिए भी अलग से बनाई गई हैं। न्यायालय का फैसला आने के एक माह पहले भी डेरा मुखी व उसके बेटे में कुछ कहा सुनी हुई थी, जिसे इलैक्ट्रोनिक मीडिया ने भी प्रसारित किया। हनीप्रीत को लेकर परिवार दुखी था, लेकिन मजबूर भी था। डेरे के मुख्य प्रबंधक हनीप्रीत के कारण परिवार में चल रहे असंतोष से वाकिफ थे लेकिन किसी को मुंह खोलने क ी भी इजाजत नहीं थी।
कहां है हनीप्रीत
डेरा मुखी की सजा के बाद रोहतक जेल तक तो हनीप्रीत साथ थी, उसके बाद एकाएक गायब हो गई। उसके बाद किसी ने भी हनीप्रीत को नहीं देखा, जबकि कुछ लोगों के कहना है कि वह अपने मायके हिसार चली गई, लेकिन वहां भी उसका कोई अता-पता नहीं चला। कु छ लोगों का मानना है कि हनीप्रीत डेरा मुखी के परिवार के साथ उनके पैतृक गांव गुरुसर मोडिया चली गई और वह वहीं रह रही है, लेकिन वह सारा फार्म पुलिस व खूफिया तंत्र की नजर में है। किसी ने भी उसे वहां जाते नहीं देखा आखिर वह है कहां? चर्चा है कि वह 28 अगस्त को विदेश भाग गई और शंका जताई जा रही है कि उसके पास एक नहीं कई पासपोर्ट हो सकते हैं और वह नाम बदल कर फरार होने में सफल हो गई।