Edited By Updated: 04 Dec, 2016 01:45 AM
दो दिवसीय हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
अमृतसर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आज यहां विश्वप्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर में आम श्रद्धालु की भांति जाकर दरबार साहिब को मत्था टेका और लंगर में अपने हाथों से श्रद्धालुओं को खाना परोसा। अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से इस्तांबुल प्रोसेस के तहत स्थापित हॉर्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी शाम को यहां पहुंचे। पंजाब के राज्यपाल वी पी सिंह बदनौर, मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल एवं उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और केन्द्रीय मंत्री ने दोनों नेताओं की अगवानी की।
वे सबसे पहले स्वर्ण मंदिर परिसर पहुंचे। दोनों नेताओं ने दरबार साहिब में माथा टेका। उन्हें आशीर्वाद स्वरूप सरोपा दिया गया। पीएम मोदी स्वर्ण मंदिर के लंगर में जाकर अपने हाथों से श्रद्धालुओं को खाना परोसा। स्वर्ण मंदिर परिसर में लोगों ने मोबाइल फोन से जमकर तस्वीरें उतारीं। सम्मेलन में भाग लेने आये पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज सहित 15 अन्य विदेशी प्रतिनिधियों ने भी दरबार साहिब में श्रद्धा से मस्तक टेका।
अमृतसर के Golden Temple में पीएम मोदी ने बांटा लंगर
15 देशों के मंत्रियों ने टेका दरबार साहिब में माथा
इन प्रतिनिधियों में अफगानिस्तान के विदेश राज्य मंत्री रवानी सलाहुद्दीन, अजरबैजान के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विभाग के प्रमुख गया ममादौब, चीन के सहायक विदेश मंत्री कौंग युनानयू, कजाखस्तान के विदेश विभाग के उपमंत्री अकैबिक कमालडीनौव, अफगानिस्तान में रूस के प्रधानमंत्री के विशेष प्रतिनिधि कामीर काबुलौव, भारत में सऊदी अरब के राजदूत सऊद मुहम्द अलसती, ताजिकिस्तान के उपमंत्री निजौमीदीन जुहेदी, तुर्की के मंत्री मैवलुट कैबूसौलू, तुर्कमेनिस्तान के मंत्री रशीद मैरिडोव, संयुक्त अरब अमीरात यूएई के विदेश मंत्री अनलमईयद मुहम्मद एच शरफ, ईरान के मंत्री डा जावेद जारिफ आदि शामिल हैं। सभी विदेशी प्रतिनिधियों ने प्रसाद लेने के पश्चात श्री दरबार सहिब के सूचना केन्द्र का दौरा किया जहां उन्हे एसजीपीसी समिति के सदस्यों ने दरबार साहिब का माडल, धार्मिक पुस्तकें तथा सरोपा दे कर सम्मानित किया।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ PM मोदी
पाकिस्तान को घेरेगा भारत
सम्मेलन के लिए अधिकारियों की बैठक शुरू हो गई है। बैठक में एशिया में शांति व आपसी सहयोग और अफगानिस्तान की हालत का प्रमुख मुद्दा रखा गया है। इसके साथ ही भारत आतंकवाद और नगरोटा हमले पर पाकिस्तान को घेरेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी शुरूआत करेंगे, जो शनिवार शाम को अमृतसर पहुंचेंगे और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज भी पहुंचेगे। हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी।
6वीं कांफ्रैंस के लिए ये देश होंगे शामिल
2 नवम्बर 2011 को हार्ट ऑफ एशिया का आयोजन इस्ताम्बुल, तुर्की में हुआ था। इससे पहले 2011 में तुर्की, 2012 में अफगानिस्तान, 2012 में कजाकिस्तान, 2014 चीन व 2015 में पाकिस्तान में हो चुका है। इसमें 15 देश शामिल होने के अलावा 16 अन्य सहयोगी व 13 क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय आर्गेनाइजेशन के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस कांफ्रैंंस में हिस्सा लेने वाले मुख्य देश अफगानिस्तान, अजरबाईजान, चीन, भारत ईरान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, यूनाइटिड अरब अमीरात, सहयोगी देशों में अस्ट्रेलिया, कैनेडा, डैनमार्क, फ्रांस, ईराक, इटली, जापान, नार्वे, पोलैंड, स्पेन, स्वीडन, यू.के. व यू.एस.ए. है। इस 6वीं कांफ्रैंस के लिए 13 के करीब क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आर्गेनाइजेशनों की शमूलियत हो रही है।