Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 08:56 AM
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 16 से 18 मार्च तक दिल्ली में होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में राज्य संस्थाओं पर आर.एस.एस. द्वारा कब्जा करने की की जा रही कोशिशों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
जालंधर (धवन): अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 16 से 18 मार्च तक दिल्ली में होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में राज्य संस्थाओं पर आर.एस.एस. द्वारा कब्जा करने की की जा रही कोशिशों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। इस सत्र में पास किए जाने वाले राजनीतिक प्रस्ताव में कहा जाएगा कि केंद्र तथा भाजपा द्वारा संघ परिवार के इशारों पर प्रमुख राज्य संस्थाओं को आर.एस.एस. के हवाले किया जा रहा है। विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं पर भी संघ ने अपना कब्जा जमा लिया है। देश में गऊ संरक्षण के नाम पर हो रही ङ्क्षहसा, राजनीतिक विरोधियों पर हमले, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने आदि पर भी विस्तार से चर्चा होगी।
कांग्रेस नेतृत्व ने सत्र में पेश किए जाने वाले 3 प्रमुख मुद्दों की पहचान की है जिसमें नौजवानों में बढ़ती बेरोजगारी, किसानों में बेचैनी तथा पैट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ौतरी आदि शामिल हैं जिन्हें लेकर कांग्रेस केंद्र की राजग सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन छेड़ेगी। राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस नेतृत्व द्वारा केंद्र की राजग सरकार पर पी.एन.बी. घोटाले को लेकर सियासी हमला भी बोला जाएगा। नीरव मोदी-पी.एन.बी. केस तथा राफेल जैट समझौते जैसे मामलों में रिश्वतखोरी का मामला पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर उठाना चाहती है।
कांग्रेस द्वारा आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय आंदोलन को देखते हुए राज्य इकाइयों के नेताओं ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन में केंद्र पर यह भी आरोप लगाया जाएगा कि वह विदेश नीति को कमजोर बना रही है। इसके तहत एच.आई.बी. वीजा को लेकर भारतीय विद्यार्थियों के हितों की रक्षा न करने का मामला भी उठाया जाएगा। मसौदा प्रस्ताव में यह भी कहा जाएगा कि चीन को लेकर भी केंद्र की नीतियां कारगर सिद्ध नहीं हुईं।
कैप्टन, जाखड़ सहित अनेकों कांग्रेसी शामिल होंगे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन को देखते हुए इसमें पंजाब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह, पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित अनेकों कांग्रेसी शामिल होंगे जिसमें कई सांसद भी शामिल हैं। 16 से 18 तक चलने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में पंजाब के शीर्ष कांग्रेसी नेता सम्मिलित होंगे तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को पंजाब के बजट सत्र की तैयारियां भी करनी हैं इसलिए मुख्यमंत्री को पंजाब के बजट सत्र व राष्ट्रीय अधिवेशन दोनों में अपनी शमूलियत करनी है।