Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 08:45 PM
सिद्धू ने कहा कि मानवता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है और सभी धर्म हमें ईश्वर के बनाए लोगों से प्यार करने का संदेश देते हैं, इसलिए हम सभी को प्यार की भावना के साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री दरबार साहिब के दरवाजे सभी धर्मों के लिए खुले हैं और हमारा...
अमृतसरः पंजाब के निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान में सिखों का जबरन धर्म-परिवर्तन रोकने के लिए कठोर कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि वह सिखों का यह मुद्दा पाकिस्तान सरकार के समक्ष गंभीरता से उठाए।
पंजाब सरकार द्वारा क्रिसमस के संबंध में करवाए गए राज्यस्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए स्थानीय निकाय एवं पर्यटन विभाग के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से ईसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस की बधाई दी, वहीं भरोसा भी दिया कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है और इसमें लापरवाही नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में सभी धर्मों और जातियों के लोग मिल-जुल कर रह रहे हैं और हमारी सरकार में यह अमन-शांति भंग करने की आज्ञा किसी को नहीं दी जाएगी।
सिद्धू ने कहा कि मानवता की सेवा सबसे बड़ी सेवा है और सभी धर्म हमें ईश्वर के बनाए लोगों से प्यार करने का संदेश देते हैं, इसलिए हम सभी को प्यार की भावना के साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री दरबार साहिब के दरवाजे सभी धर्मों के लिए खुले हैं और हमारा संविधान सभी को समान अवसर देता है जिससे जाति-धर्म के नाम पर भेदभाव सहन नहीं किया जा सकता।
उन्होंने धर्म के नाम पर राजनीति करने की कड़े शब्दों में निंदा की। लोकसभा सदस्य गुरजीत सिंह औजला ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि ईसाई समुदाय सत्य का साथ देने और विद्या का दान बांटने वाले लोगों का गुलदस्ता है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी इनके लोग पहुंचे हैं, वहां नशा करने वाले लोगों की संख्या भी कम हुई है। उनकी सरकार की तरफ से हर संभव सुरक्षा का भरोसा भी समुदाय को दिया गया।
इस अवसर पर बिशप फरैंको मुकेल्लक ने जहां यह समागम करवाने के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद किया वहीं यह ऐलान भी किया कि ईसाई समुदाय के लोग सरकार के साथ मिलकर राज्य के लोगों के कल्याण में साथ देंगे।