Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 11:16 AM
एक तरफ महानगर की पुलिस छोटे-मोटे अपराधियों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाती है, वहीं महानगर के कई हिस्सों में असामाजिक धंधे जोरों-शोरों से चल रहे हैं, जिनसे लोगों के घर टूटते हैं। पुलिस थानों की पुलिस सिर्फ अपने उच्चाधिकारियों को दिखाने के लिए नाममात्र...
लुधियाना(राम): एक तरफ महानगर की पुलिस छोटे-मोटे अपराधियों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपाती है, वहीं महानगर के कई हिस्सों में असामाजिक धंधे जोरों-शोरों से चल रहे हैं, जिनसे लोगों के घर टूटते हैं। पुलिस थानों की पुलिस सिर्फ अपने उच्चाधिकारियों को दिखाने के लिए नाममात्र की कार्रवाई करने तक ही सीमित है।दड़े-सट्टे का अवैध धंधा ए.सी.पी. ईस्ट के तहत आते थानों मोती नगर व डिवीजन नं. 7 के इलाकों में जोरों-शोरों से चल रहा है, जिसे रोकने वाला कोई नहीं है। सरकारी लॉटरी की आड़ में 2 थानों के बीच खुले लॉटरी स्टॉल वाले सरेआम दड़े-सट्टे का कारोबार कर रहे हैं, लेकिन पुलिस लाचार होकर अन्य मामलों की तरह किसी शिकायतकत्र्ता का इंतजार कर रही है। दड़े-सट्टे के चल रहे अड्डों पर जब ‘पंजाब केसरी’ टीम ने जाकर देखा तो वहां रोजाना अपनी आजीविका कमाकर अपने परिवार पालने वाले लोगों का जमावड़ा लगा था। दड़ा-सट्टा लगाने वाले 11 के बदले में 100 रुपए और 10 के बदले में 90 रुपए कमाने का लालच दे रहे थे।
पुलिस की मिलीभगत से चलता है यह खेल
इस धंधे की जड़ तक पहुंचने के लिए जब ‘पंजाब केसरी’ टीम ने कुछ दड़ा-सट्टा चलाने वालों से बात की तो उन्होंने बताया कि सारा खेल पुलिस की मिलीभगत से ही चलता है। पुलिस की नजर में दड़े-सट्टे के स्टॉल सरेआम चलते हैं और पुलिस आंखें मूंदे ऐसे निकल जाती है जैसे उन्हें कुछ पता ही नहीं है। लॉटरी स्टाल वालों की पुलिस से कथित सैटिंग होती है, उसके बाद ही लॉटरी स्टाल खुलता है। सभी पंजाब व नेपाल की लॉटरी पर सट्टा लगाते हैं, जिन्हें ’यादा कमाई नेपाल की लॉटरी से होती है।
पुलिस बनती है अनजान
दड़े-सट्टे के धंधे को लेकर पुलिस पूरी तरह से अनजान बनी है। ’यादातर दड़ा-सट्टा चलाने वाले दुकानदार हाथ से ही पर्ची बनाकर देते हैं। जब पुलिस से इस धंधे बारे पूछा जाता है तो पुलिस दूसरी तरफ से सवाल करती है कि कहां पर ऐसे अड्डे चल रहे हैं। अगर चल रहे हैं तो उन पर जरूर कार्रवाई होगी, जो पुलिस पर एक सवाल खड़ा करता है।
बंद करवाएंगे अवैध अड्डे
जब इस धंधे बाबत ए.डी.सी.पी.-4 राजवीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि कहां दड़ा-सट्टा चल रहा है। जब उन्हें बताया कि मोती नगर, जीवन नगर, वीर पैलेस, ई.डब्ल्यू.एस. कालोनी, ताजपुर रोड, सैक्टर-&2ए, गोल मार्कीट व आसपास के इलाकों में यह धंधा खुलेआम चल रहा है तो उन्होंने कहा कि वह बाहरी पुलिस टीम से ऐसे अड्डों पर छापामारी करवाने के लिए सिविल ड्रैस में मुलाजिम भेजकर अवैध अड्डों को बंद करवाएंगे।