Edited By Urmila,Updated: 09 Apr, 2024 12:21 PM
लोकल बॉडीज विभाग द्वारा नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच में रेगुलर तौर पर एम टी पी के रूप में रजनीश वधवा की नियुक्ति की गई है।
लुधियाना (हितेश) : नगर निगम की बी एंड आर ब्रांच के एस ई रंजीत सिंह को लाख कोशिशों के बावजूद एम टी पी का चार्ज वापस नही मिला। यहां बताना उचित होगा कि लोकल बॉडीज विभाग द्वारा नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच में रेगुलर तौर पर एम टी पी के रूप में रजनीश वधवा की नियुक्ति की गई है।
लेकिन इस एम टी पी द्वारा सी एल यु, नक्शे पास करने या अवैध बिल्डिंगों को कंपाऊंड करने संबंधी फाईलों पर बिना वजह एतराज लगाने की शिकायतों के मद्देनजर पूर्व कमिश्नर शेना अग्रवाल ने पहले बी एंड आर ब्रांच के एस ई संजय कंवर और फिर रंजीत सिंह को एम टी पी का चार्ज दे दिया।
यह सिस्टम नए आए कमिश्नर संदीप ऋषि द्वारा भी जारी रखा गया, लेकिन रंजीत सिंह के छुट्टी पर विदेश जाने के दौरान एम टी पी का चार्ज दो हिस्सों में बांटकर एस ई प्रवीण सिंगला व संजय कंवर को दे दिया गया। अब रंजीत सिंह को छुटटी से वापिस आए काफी दिन बीत चुके हैं और उसके द्वारा एम टी पी का चार्ज वापिस लेने के लिए काफी जोर लगाया जा रहा है, लेकिन सियासी सिफारिशों के बावजूद सफलता नही मिली।
अवैध बिल्डिंगों के साथ करप्शन की मानी जा रही है वजह
रंजीत सिंह को छुटटी से वापिस आने के बाद भी एम टी पी का चार्ज वापिस न मिलने को लेकर कई तरह की चर्चा सुनने को मिल रही है। जिसमें रंजीत सिंह द्वारा बतौर एम टी पी नक्शे, सी एल यु पास करने या अवैध बिल्डिंगों को कंपाऊंड करने संबंधी फाईलों पर बिना वजह एतराज लगाने व सेटिंग के बाद क्लियर करने का मामला मुख्य रूप से शामिल है।
इसके अलावा रंजीत सिंह के कार्यकाल के दौरान बड़े पैमाने पर अवैध बिल्डिंगों का निर्माण हुआ, जिनके खिलाफ मिलीभगत के चलते कोई कार्रवाई नही हुई और जिन बिल्डिंगों को तोड़ने या सील करने की खानापूर्ति की गई, वो कुछ देर बाद फिर से बनकर तैयार हो गई। जिसे लेकर शिकायतें सरकार से लेकर विजिलेंस के पहुंचने के मद्देनजर कमिश्नर ने भी पैर पीछे खींच लिए हैं।
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