Edited By Vatika,Updated: 12 Dec, 2019 01:46 PM
सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड केयर में गरीब मुफ्त डिलीवरी के लिए आते हैं लेकिन बच्चा पैदा होने के बाद उन्हें कर्मचारियों द्वारा जिस तरह बधाई के लिए तंग किया जाता है,
लुधियाना(राज): सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड केयर में गरीब मुफ्त डिलीवरी के लिए आते हैं लेकिन बच्चा पैदा होने के बाद उन्हें कर्मचारियों द्वारा जिस तरह बधाई के लिए तंग किया जाता है, उसके लिए सिविल अस्पताल में डिलीवरी करवाना महंगा पड़ रहा है। अस्पताल में बधाई के नाम पर जबरन वसूली की जाती है।
हालांकि अस्पताल में जगह-जगह बधाई लेने-देने की मनाही के बोर्ड भी लगे हुए हैं लेकिन, उसके बावजूद बच्चा होने के बाद लोगों को अलग-अलग कर्मचारियों को बधाई देनी पड़ रही है। अगर वे बधाई नहीं देते तो स्टाफ या कर्मचारी उनकी देखभाल नहीं करते और उन्हें बातें सुनाते रहते हैं। मदर एंड चाइल्ड केयर अस्पताल को महिलाओं की फ्री डिलीवरी के लिए बनाया गया था ताकि गरीब और जरूरतमंद लोग इसका फायदा उठाकर मुफ्त में डिलीवरी करवा सकें। मगर यहां कुछ और ही हो रहा है। डिलीवरी तो मुफ्त में हो जाती है लेकिन, 1500 से 2 हजार रुपए उन्हें अलग-अलग स्टाफ और कर्मचारियों को बधाई के नाम पर देने पड़ जाते हैं। अगर कोई नहीं देता तो उससे जबरन वसूले जाते हैं।
बेटी पैदा हुई, पैसे देने के बाद ही चेहरा देखना नसीब हुआ
कैलाश नगर के रहने वाले निर्दोष ने बताया कि वह जोमैटो में फूड डिलीवर बॉय है। उसने अपनी पत्नी को कुछ दिन पहले सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था। 2 दिसम्बर को पत्नी के ऑप्रेशन के बाद एक बेटी पैदा हुई। लेबर रूम और अन्य स्टाफ ने पैसे लेने के बाद ही उन्हें बच्ची दी। इसके अलावा अंदर के सभी कर्मचारियों ने उनसे बधाई के नाम पर पैसे वसूले।
बच्चे के जन्म के बाद सभी से ली जाती है बधाई
मदर एंड चाइल्ड केयर अस्पताल में जब पंजाब केसरी की टीम ने वहां दाखिल डिलीवरी केस के मरीजों से बात की तो सभी ने यही कहा कि उनसे बधाई के नाम पर पैसे लिए जाते हैं। कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब कोई शिकायत करता है तो उससे माफी मांग कर मामला ठंडा कर दिया जाता है। इसके अलावा पैसे न देने वालों को बातें सुननी पड़ती हैं, यही नहीं सफाई या देखरेख करने वाले कर्मचारी भी उनसे अच्छा व्यवहार नहीं करते।
लोग नहीं करते शिकायत
मदर एंड चाइल्ड केयर में कई जगह अस्पताल की तरफ से बोर्ड लगाने के बावजूद स्टाफ और कर्मचारी बधाई मांगने से गुरेज नहीं करते हैं। लोग भी डरते हुए उन्हें बधाई दे देते हैं ताकि जच्चा-बच्चा की अच्छे से देखभाल हो सके। अगर कोई इसकी शिकायत भी करता है तो स्टाफ उसे अपने स्तर पर मैनेज कर मामले को रफा दफा कर देता है।