Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Dec, 2017 10:54 AM
शहर में रोजाना लगते ट्रैफिक जाम के कारण शहर निवासियों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर निवासियों का कहना है कि दुकानदारों द्वारा अपनी सीमित स्थान से बढ़ाकर रखे सामान, दुकानों आगे खड़े होते रेहड़ी-फड़ी वाले तथा वाहन चालकों...
बाघापुराना (मनीष): शहर में रोजाना लगते ट्रैफिक जाम के कारण शहर निवासियों व वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर निवासियों का कहना है कि दुकानदारों द्वारा अपनी सीमित स्थान से बढ़ाकर रखे सामान, दुकानों आगे खड़े होते रेहड़ी-फड़ी वाले तथा वाहन चालकों द्वारा सड़क के किनारे गाडिय़ां खड़ी करके चले जाने से ट्रैफिक की समस्या पैदा होती है। रोड पर दो वाहनों का निकलना दूर की बात पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। जानकारी के अनुसार कोटकपूरा रोड से वाया चन्नूवाला रोड पर बाईपास बनाया गया है, उससे भी ट्रैफिक कम नहीं हो पा रहा। कस्बा निवासियों ने प्रशासन से मांग की कि दुकानदारों द्वारा कथित तौर पर किए अवैध कब्जों व रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए किसी जगह का प्रबंध किया जाए ताकि ट्रैफिक जाम के चलते चरमराने वाली ट्रैफिक व्यवस्था से शहर निवासियों को निजात मिल सके।
शहर से बाहर बड़ा बाईपास बनाया जाए : प्रदीप तलवाड़
वाजपाई मंच के अध्यक्ष प्रदीप तलवाड़ का कहना है कि सबसे पहले तो सरकार को चाहिए कि शहर के बाहर पक्के तौर पर बड़ा बाईपास बनाया जाए। जो मिन्नी बाईपास बनाया है उससे एक तरफ गाडिय़ां ही जा सकती हैं क्योंकि उसकी चौड़ाई बहुत कम है। सरकार इस तरफ ध्यान दे, नहीं तो दिन-प्रतिदिन सड़क हादसों में बढ़ौतरी होती जाएगी।
ट्रैफिक की समस्या शहर निवासियों के लिए सिरदर्दी : रघुवीर सिंह
शहर निवासी मिस्त्री रघुवीर सिंह का कहना है कि ट्रैफिक की समस्या शहर निवासियों के लिए सिरदर्दी बनी हुई है। प्रशासन इसको आज तक हल करने में नाकाम बना हुआ है। उन्होंने कहा कि बाघापुराना में ही ट्रैफिक की आवाजाही अधिक है, लेकिन हम देखते हैं कि कई मिस्त्री भाईचारे के लोग भी खराब गाडिय़ां सड़क के नजदीक ही खड़ी कर देते हैं, जो कई-कई दिन तक वहां ही खड़ी रहती हैं। ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि इन गाडिय़ों को खड़ा न होने दे, जिससे ट्रैफिक की समस्या कम हो सकती है।
अवैध कब्जों के खिलाफ मुहिम चलाकर की जाती है खानापूर्ति : बराड़
शहर निवासी गुरदीप सिंह बराड़ का कहना है कि उनके शहर में कई वर्षों से ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है, लेकिन इसका हल पक्के तौर पर राजनीतिक नेता व प्रशासन नहीं करवा सकें। उन्होंने कहा कि जब नगर कौंसिल अवैध कब्जे हटाने की मुहिम चलाते हैं तब सिर्फ रेहड़ी-फड़ी वालों को खदेड़कर उनके फल फ्रूट जब्त करके खानापूर्ति की जाती है। बाद में वही रेहडिय़ां सड़कों पर फिर आ जाती हैं, इसलिए नगर कौंसिल को चाहिए कि रेहड़ी वालों के लिए अलग मार्कीट बनाई जाए।