Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 01:12 PM
हर वर्ष की तरह इस बार भी सर्दी के दस्तक देने के बाद हजारों कि.मी. का सफर तय करने के बाद विदेशी सुंदर पक्षी अपनी उड़ान के दौरान सॢदयों की छुट्टियां बिताने के लिए अंतर्राष्ट्रीय हरिके बर्ड सैंक्चुरी (वैटलैंड) में पहुंचने शुरू हो गए है, जिससे क्षेत्र...
तरनतारन(रमन): हर वर्ष की तरह इस बार भी सर्दी के दस्तक देने के बाद हजारों कि.मी. का सफर तय करने के बाद विदेशी सुंदर पक्षी अपनी उड़ान के दौरान सॢदयों की छुट्टियां बिताने के लिए अंतर्राष्ट्रीय हरिके बर्ड सैंक्चुरी (वैटलैंड) में पहुंचने शुरू हो गए है, जिससे क्षेत्र में पक्षियों की चहचहाहट से पर्यावरण मनमोहक होता नजर आ रहा है और लोगों की आमद में वृद्धि होनी शुरू हो गई है। जिला तरनतारन और फिरोजपुर की हद पर मौजूद हरिके वैटलैंड जहां ब्यास दरिया और सतलुत दरिया का संगम होता है, में शांत माहौल में पक्षी मौज-मस्ती करते देखे जा सकते हैं।
कौन सी किस्मों के आते हैं पक्षी
इस बर्ड सैंक्चुरी (वैटलैंट) में रूडी शैलडक, कौमन सैलडक, सौवलर, कौमन पोचड, ग्रे-लैग-गीज, सैंड पाइपर, साइबेरियन गलज, सपुन बिल्ज, पेंटड स्टौरक, कौमन टौचरड आदि के अलावा करीब 250 किस्म के पक्षी अठखेलियां करते नजर आते हैं, इनसे झील की रौनक अलग ही नजर आती है। देश-विदेश में इन पक्षियों की करीब 360 किस्में पाई जाती हैं। इनमें से अधिकतर पक्षी रोजाना आसपास के क्षेत्र का दौरा कर वापस बर्ड सैंक्चुरी की खुली जगह पर आकर रहते हैं।