Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 10:48 AM
मांगों की पूर्ति न होने व मुक्तसर डिपो के जी.एम. की कर्मियों के साथ हो रही धक्केशाही को लेकर पनबस कर्मचारी बीते 3 दिनों से संघर्ष कर रहे हैं। सुबह जैसे ही जी.एम. ने आदेश जारी कर गाडियां निकालनी चाही तो रात से ही धरने पर बैठे पनबस कर्मियों ने इसका...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): मांगों की पूर्ति न होने व मुक्तसर डिपो के जी.एम. की कर्मियों के साथ हो रही धक्केशाही को लेकर पनबस कर्मचारी बीते 3 दिनों से संघर्ष कर रहे हैं। सुबह जैसे ही जी.एम. ने आदेश जारी कर गाडियां निकालनी चाही तो रात से ही धरने पर बैठे पनबस कर्मियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस पर जी.एम. ने पुलिस बल का प्रयोग करना चाहा लेकिन यूनियन की ओर से पुलिस का विरोध किया गया। पुलिस ने कर्मियों को लाठीचार्ज व पर्चा दर्ज करने की धमकी भी दी लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे।
इसके बाद थाना सिटी प्रभारी तेजिंद्रपाल सिंह ने जी.एम. चरणजीत सिंह से बात कर उनका समझौता करवाया और शाम तक मसले को हल करने की बात कही, जिसके बाद कहीं जाकर बसें रवाना हुई। यूनियन के राज्य संरक्षक कमल कुमार ने कहा कि डिपो मैनेजमैंट की ओर से पनबस कर्मियों से दुव्र्यवहार किया जाता है। एक्सीडैंट केस के चलते ड्राइवर को नौकरी से हटा दिया जाता है। बीते समय के दौरान ड्राइवरों को वापस ड्यूटी दिलाने के लिए कई बैठकें की जा चुकी हैं लेकिन अभी भी जी.एम. की ओर से टाल मटोल ही की जा रही है।
प्रदर्शनकारी एक्सीडैंट केस में हटाए कर्मचारी वापस लेने, नुक्सान की पूर्ति ड्राइवर से न करने, बस का कार्य डिपो में ही करवाने, पनबस का एक कर्मचारी ड्यूटी सैक्शन में लगाने, दयनीय हालत वाली बस रूट पर न भेजने, ठेका कर्मियों को वेतन 30 तारीख तक देने, चैकिंग स्टाफ की ओर से कंडक्टर-ड्राइवर के फ्रॉड की मौके पर ही रिपोर्ट करने, एक्सीडैंट दौरान टिकट मशीन, बक्सा की टूट-फूट की रिकवरी कंडक्टर से न लेने की मांग कर रहे हैं। नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि नौकरी से हटाए गए 5 कर्मियों को वापस ड्यूटी लेने के साथ-साथ दूसरी मांगों को पूरा न किया गया तो राज्य के सभी डिपो बंद कर देंगे और मुक्तसर के जी.एम. का घेराव किया जाएगा।