Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 09:55 AM
सिविल अस्पताल परिसर में सोमवार सुबह 15 दिन पहले ही जन्मी मासूम नवजात बच्ची की अधखुली आंखों से यह सवाल झांक रहा था कि इस सारे विवाद में आखिर उसका क्या कसूर है और क्या उसे अपने पिता का नाम मिल पाएगा।
होशियारपुर(अमरेन्द्र): सिविल अस्पताल परिसर में सोमवार सुबह 15 दिन पहले ही जन्मी मासूम नवजात बच्ची की अधखुली आंखों से यह सवाल झांक रहा था कि इस सारे विवाद में आखिर उसका क्या कसूर है और क्या उसे अपने पिता का नाम मिल पाएगा।
अदालत के निर्देश पर थाना बुल्लोवाल की पुलिस जहां रेप पीड़िता नाबालिग मां के साथ नवजात बच्ची को लेकर सिविल अस्पताल पहुंची थी, वहीं सैंट्रल जेल में बंद चल रहे दुष्कर्म के आरोपी अजमेर सिंह को लेकर जेल में तैनात सुरक्षा कर्मचारी पहुंचे। सुबह 11 बजे मासूम नवजात बच्ची के साथ-साथ आरोपी युवक का डी.एन.ए. टैस्ट के लिए सैंपल फोरैंसिक एक्सपर्ट डा. जसविन्द्र सिंह ने लिया।
सिविल अस्पताल परिसर में ही थाना बुल्लोवाल में तैनात इस मामले के जांच अधिकारी अक्सपाद गौतम ने बताया कि अदालत के निर्देश का पालन करते हुए नवजात बच्ची के साथ-साथ आरोपी युवक का डी.एन.ए. टैस्ट के लिए सैंपल लिया गया है। सैंपल को जांच के लिए खरड़ स्थित लैबोरेटरी भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद अदालती निर्देश का पालन किया जाएगा।
गैरतलब है कि टांडा रोड के साथ लगते हरदोखानपुर गांव की नाबालिग लड़की ने थाना बुल्लोवाल पुलिस के समक्ष 22 अगस्त 2017 को शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के अनुसार आरोपी युवक अजमेर सिंह पुत्र बलदेव राज मूल निवासी गांव सनाल जिला ऊना हिमाचल प्रदेश हरदोखानपुर गांव में ही हलवाई की दुकान चलाता है। आरोपी ने उसके साथ कई बार जबरदस्ती दुष्कर्म किया जिस वजह से उसे गर्भ ठहर गया।
जब उसने आरोपी से शादी करने की बात कही तो उसने गर्भपात कराने की बात कहनी शुरू कर दी। गर्भ चूंकि 7 माह का हो गया था जिस वजह से परिवार के लोगों ने आरोपी व उसके परिवार को कई बार समझाने की कोशिश की तो आरोपी ने धमकी देनी शुरू कर दी।