Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Nov, 2017 11:59 AM
कपूरथला जिला सहित प्रदेश से संबंधित कुछ युवकों के गत दिनों अमरीका जाने की कोशिश के दौरान क्यूबा के निकट समुद्र में डूब जाने के समाचारों के बाद प्रदेश भर में जहां विभिन्न जिलों में बिना लाइसैंस के काम कर रहे ट्रैवल एजैंटों के कार्यालयों की चैकिंग का...
कपूरथला (भूषण): कपूरथला जिला सहित प्रदेश से संबंधित कुछ युवकों के गत दिनों अमरीका जाने की कोशिश के दौरान क्यूबा के निकट समुद्र में डूब जाने के समाचारों के बाद प्रदेश भर में जहां विभिन्न जिलों में बिना लाइसैंस के काम कर रहे ट्रैवल एजैंटों के कार्यालयों की चैकिंग का दौर तेजी से जारी है, वहीं इस सबके बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे कई फर्जी ट्रैवल एजैंट प्रदेश में काम कर रहे हैं जो अपने घरों से कबूतरबाजी का काम करते हुए भोले-भाले लोगों को अमरीका व यूरोप में खतरनाक रास्तों से भेजने का झांसा देकर लाखों रुपए वसूल रहे हैं।
25 से 30 लाख रुपए खर्च कर जा रहे हैं खतरनाक रास्तों से अमरीका
अमरीका जाने की कोशिश में प्रदेश के कुछ युवकों के क्यूबा के गहरे समुद्र में डूबने की चर्चाओं के बीच कपूरथला पुलिस द्वारा फर्जी ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ दर्ज किए मामलों ने यह साबित कर दिया है कि गत कुछ वर्षो के दौरान अमरीका व स्पेन जाने की कोशिश में जिला कपूरथला सहित प्रदेश के कई जिलों से संबंधित बड़ी संख्या में युवकों के मारे जाने के बावजूद जहां आम आदमी जागरूकता के अभाव के कारण लगातार फर्जी ट्रैवल एजैंटों के जाल में फंस रहे हैं, वहीं इतने जानी-माली नुक्सान के बावजूद अभी भी लोग अमरीका जाने के लिए 25 से 30 लाख रुपए की रकम खर्च कर खतरनाक रास्तों का प्रयोग करने से नहीं डरते जिसके कारण युवकों के लापता होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
भारतीय युवक मैक्सिको तथा ग्वाटेमाला जाने का कर रहे हैं इंतजार
अमरीका के नजदीक क्यूबा में युवकों के गहरे समुद्र में डूबने की चर्चाओं के बाद प्रदेश में सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा सांझे तौर पर ट्रैवल एजैंटों के कार्यालयों की चैकिंग करने तथा उन्हें सरकारी तौर पर लाइसैंस लेने को लेकर जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों के बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे कबूतरबाज सक्रिय हैं जो अपने घरों में काम करते हुए लोगों से मैक्सिको तथा ग्वाटेमाला के खतरनाक जंगलों के रास्ते अमरीका भेजने का झांसा देकर मोटी रकम वसूल रहे हैं। बताया जाता है कि वर्तमान में बड़ी संख्या में भारतीय युवक नई दिल्ली, मलेशिया, बैंकाक तथा अफ्रीकी देशों में बैठ कर मैक्सिको तथा ग्वाटेमाला जाने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अमरीका में ट्रंप सरकार द्वारा की जा रही सख्ती ने उनकी राह को काफी हद तक रोक दिया है।