Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 07:01 PM
सरकार बेशक कर्जा माफी की लिस्ट भी जारी कर चुकी है परन्तु इसके बावजूद भी आए दिन किसानों की आत्महत्याएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा घटना फरीदकोट के गांव चहल की है, जहां के किसान ने गांव वासियों अनुसार कैप्टन की कर्जा माफी स्कीम में नाम न आने के...
फरीदकोट/कोटकपूरा(हाली,नरिन्द्र): सरकार बेशक कर्जा माफी की लिस्ट भी जारी कर चुकी है परन्तु इसके बावजूद भी आए दिन किसानों की आत्महत्याएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा घटना फरीदकोट के गांव चहल की है, जहां के किसान ने गांव वासियों अनुसार कैप्टन की कर्जा माफी स्कीम में नाम न आने के चलते मौत का रास्ता चुन लिया और कर्जदार किसान गुरदेव सिंह अपने परिवार को रोता-बिलखता छोड़ इस दुनिया को अलविदा कह गया।
किसान के रिश्तेदार जोरा सिंह ने कहा कि गुरदेव सिंह पर करीब 20 लाख रुपए का कर्ज था। उसने बताया कि गुरदेव सिंह ने अपने ही खेत में जाकर फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली। गांव चहल के सरपंच बलजीत सिंह ने बताया कि गुरदेव सिंह के पास 20-22 एकड़ जमीन थी और काफी दिनों से वह परेशान चल रहा था, जिस कारण उसने खुदकुशी कर ली। गांव निवासियों ने सरकार से मांग है कि वह किसानों का कर्जा सिरे से माफ करे ताकि किसानों की आत्महत्याएं रुक सकें।
क्या कहते हैं एस.एच.ओ.
इस संबंधी थाना सदर के एस.एच.ओ. मुखत्यार सिंह ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि गांव चहल के किसान ने खुदकुशी की है। उन्होंने कहा कि गांव पहुंचकर मृतक किसान के परिजनों के साथ बात की है और उनके बयानों अनुसार कार्रवाई की जाएगी।