Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 01:22 PM
पंजाब सरकार द्वारा आशा, मिड-डे मील, वन विभाग वर्करों, मिड-डे मील दफ्तरी मुलाजिमों और अन्य की मांगों को अनदेखा करने के विरुद्ध आज पटियाला में इन वर्करों ने धरना देकर ऐलान किया कि वे 9 दिसम्बर को जालंधर के डी.सी. दफ्तर सामने राज्य स्तरीय रैली करेंगे...
पटियाला (जोसन): पंजाब सरकार द्वारा आशा, मिड-डे मील, वन विभाग वर्करों, मिड-डे मील दफ्तरी मुलाजिमों और अन्य की मांगों को अनदेखा करने के विरुद्ध आज पटियाला में इन वर्करों ने धरना देकर ऐलान किया कि वे 9 दिसम्बर को जालंधर के डी.सी. दफ्तर सामने राज्य स्तरीय रैली करेंगे और शहर में रोष मार्च किया जाएगा।
इस संबंधी प्रांतीय नेता प्रवीण शर्मा, कुलविन्द्र कौर टोहरां, पिंकी देवी खराबगढ़ और परमजीत कौर ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते कहा कि सरकार द्वारा मान भत्ते पर काम करती आशा कर्मचारी, मिड-डे मील कर्मी और पार्ट टाइम सफाई कर्मियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी 27,000 मुलाजिमों को रैगुलर करने वाले नोटीफिकेशन में अपेक्षित संशोधन करना चाहिए, जिससे पंजाब के सभी ठेका आधारित और कच्चे मुलाजिम पक्के किए जा सकें ।
पंजाब सरकार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के किए अपने चुनाव वायदे से मुकर कर पक्का करने के नोटीफिकेशन को खत्म करने की स्कीमें बना रही है। पंजाब में 20-20 साल की नौकरी कर चुके वन विभाग समेत अलग-अलग विभागों के वर्कर अभी तक भी कच्चे ही हैं और मिड-डे मील दफ्तरी मुलाजिमों से पिछले 9-9 सालों से कांट्रैक्ट पर काम लिया जा रहा है।