Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Dec, 2017 11:35 AM
विभिन्न मांगों को लेकर बी.एस.एन.एल. कर्मचारियों व अधिकारियों ने संयुक्त तौर पर ज्वाइंट फोरम के बैनर तले सरकार व बी.एस.एन.एल. मैनेजमैंट के खिलाफ मंगलवार को रेलवे मंडी स्थित संचार भवन परिसर में रोष प्रदर्शन किया।
होशियारपुर (अमरेन्द्र): विभिन्न मांगों को लेकर बी.एस.एन.एल. कर्मचारियों व अधिकारियों ने संयुक्त तौर पर ज्वाइंट फोरम के बैनर तले सरकार व बी.एस.एन.एल. मैनेजमैंट के खिलाफ मंगलवार को रेलवे मंडी स्थित संचार भवन परिसर में रोष प्रदर्शन किया।
आक्रोशित कर्मचारियों व अधिकारियों ने कहा कि यदि सरकार ने हमारी प्रमुख मांगों में शामिल तीसरा वेतन संशोधन 1 जनवरी 2017 से 15 फीसदी सभी भत्तों के साथ संशोधित करने, सहायक मोबाइल टावर कंपनी का गठन बंद करने संबंधी मामलों को हल नहीं किया तो की ही तरह बुधवार को भी सभी कर्मचारी व अधिकारी कामकाज का बायकाट कर रोष प्रदर्शन करेंगे। सभी वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार व बी.एस.एन.एल. मैनेजमैंट अपने कर्मचारियों के हितों के साथ लगातार धक्केशाही करने पर उतारू हैं जिसका हम डटकर विरोध करेंगे।
रोष रैली को संबोधित करते हुए अमरजीत सिंह, बलवीर सिंह, प्रदीप कुमार, तरदीप कुमार, हरिशचंद्र, मुकेश कुमार, जगमोहिन्द्र सिंह, जगतार सिंह, सोहन लाल, सिमरजीत सिंह थियाड़ा, परमजीत सिंह, बलविन्द्र कुमार, सुरजीत राय, राजकुमार, मंजीत सिंह ने कहा कि बी.एस.एन.एल. के घाटे में जाने का कारण उसके कर्मचारी नहीं, बल्कि सरकारी नीतियां हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बी.एस.एन.एल. में अपने कर्मचारी होने के बावजूद भी सरकार की गलत नीतियों की वजह से निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए वह अलग से मोबाइल टावर कंपनी को काम देने जा रही है।
बी.एस.एन.एल. हर 10 साल बाद अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसद का इंक्रीमैंट दिया करती है लेकिन इस बार अभी तक इसकी चर्चा तक नहीं हो रही। इसी तरह 40 लाख केन्द्रीय कर्मचारियों को 7वें पे-कमीशन की सिफारिशों के अनुसार वेतन मिलना शुरूहो चुका है लेकिन बी.एस.एन.एल. कर्मचारियों को इससे वंचित करना घोर बेइंसाफी है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हमारी हड़ताल अनिश्चितकालीन भी हो सकती है।