Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 02:17 PM
किसानों द्वारा पराली जलाने के चलते पंजाब की हवा पहले ही इतनी जहरीली हो चुकी है कि प्रत्येक गांव में हर दूसरा व्यक्ति डेंगू जैसी कई भयंकर बीमारियों से जूझ रहा हैं। वहीं गुरुपर्व के बाद हवा में और जहरीलापन पाया गया है।
पटियालाः किसानों द्वारा पराली जलाने के चलते पंजाब की हवा पहले ही इतनी जहरीली हो चुकी है कि प्रत्येक गांव में हर दूसरा व्यक्ति डेंगू जैसी कई भयंकर बीमारियों से जूझ रहा हैं। वहीं गुरुपर्व के बाद हवा में और जहरीलापन पाया गया है। गुरुपर्व पर लोगों द्वारा पटाखे चलाने से हवा और ज्यादा प्रदूषित हो गई है। अमृतसर, लुधियाना और मंडी गोबिंदगढ़ में अधिक मात्रा में पटाखे चलाने से प्रदूषण के में काफी वृद्धि हुई है।
आपको बता दें कि पंजाब- हरियाणा हाईकोर्ट ने गुरुपर्व पर पटाखे चलाने के लिए 6:30 से 9.30 बजे तक की ही अनुमति दी थी। इसके बावजूद भी लोग आधी रात तक पटाखे चलाते रहे। इस कारण हवा और अधिक प्रदूषित हो गई। वहीं दूसरी तरफ किसानों ने परालियों को भी आग लगाना शुरू कर दिया जिससे कारण स्थिति और खराब हो गई।