Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 10:12 AM
माडर्न जेल के नाम से प्रसिद्ध जालंधर-कपूरथला सैंट्रल जेल में बंद हवालातियों व कैदियों को मिलने के लिए आने वाले परिजन जैसे कि बुजुर्ग, महिलाओं व छोटे बच्चों को मुख्य गेट से मुलाकात कक्ष तक जाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कपूरथला (मल्होत्रा): माडर्न जेल के नाम से प्रसिद्ध जालंधर-कपूरथला सैंट्रल जेल में बंद हवालातियों व कैदियों को मिलने के लिए आने वाले परिजन जैसे कि बुजुर्ग, महिलाओं व छोटे बच्चों को मुख्य गेट से मुलाकात कक्ष तक जाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अब जेल प्रशासन द्वारा मुख्य गेट से मुलाकात कक्ष तक जाने के लिए फ्री ई-रिक्शा का प्रबंध किया गया है। पंजाब केसरी को जानकारी देते हुए जेल सुपरिंटैंडैंट ने बताया कि ए.डी.जी.पी. (जेल) इकबालजीत सिंह सहोता के दिशा-निर्देश पर डिप्टी जेल सुपरिंटैंडैंट ललित कोहली एवं इकबाल सिंह धालीवाल के प्रयासों के चलते माडर्न जेल में बंद अपने बच्चों व रिश्तेदारों को मिलने आने वाले बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों को मुलाकात करने के लिए अब एक-डेढ़ कि.मी. तक पैदल नहीं चलना पड़ेगा। उनके लिए एक विशेष ई-रिक्शा पर कर्मचारी की ड्यूटी लगा दी गई है जो बुजुर्गों व महिलाओं को ई-रिक्शा द्वारा गेट से मुलाकात कक्ष व मुलाकात कक्ष से गेट तक पहुंचाएगा। उसके लिए उनसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
एक-डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था रिश्तेदारों को
माडर्न जेल में बंद एक कैदी से मिलने आए 75 वर्षीय बुजुर्ग करतार सिंह ने बताया कि वह पिछले करीब डेढ़-दो वर्ष से अपने रिश्तेदार को मिलने के लिए आते हैं। जेल प्रशासन सुरक्षा को देखते हुए कोई भी वाहन अंदर दाखिल नहीं होने देते जिससे भीषण गर्मी के दिनों में एक-डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चलना कठिन हो जाता है। यह फ्री सेवा शुरू कर जेल में बंद अपने परिजनों को मिलने आने वाले बुजुर्गों व महिलाओं को जेल प्रशासन ने काफी राहत दी है। जेल सुपरिंटैंडैंट एस.पी. खन्ना ने बताया कि जेल में बंद महिला कैदियों व हवालातियों के साथ छोटे बच्चों को गर्म कपड़े व स्कूल यूनिफार्म व अन्य सामान वितरित किया गया है।