Edited By Updated: 18 Jun, 2016 10:42 AM
असंख्य शिवभक्तों की आस्था से जुड़ी श्री अमरनाथ तीर्थ यात्रा, जो 2 जुलाई से प्रारम्भ हो रही है, के मद्देनजर केन्द्र
गोराया (छाबड़ा) : असंख्य शिवभक्तों की आस्था से जुड़ी श्री अमरनाथ तीर्थ यात्रा, जो 2 जुलाई से प्रारम्भ हो रही है, के मद्देनजर केन्द्र सरकार को यात्रियों की सुरक्षा हेतु पुख्ता इंतजाम करने चाहिएं। केन्द्र सरकार को इस यात्रा की कमान सेना के हवाले कर देनी चाहिए।
भाजपा पंजाब बी.सी. सैल के इंचार्ज एम.पी. सिंह गोराया ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से श्री अमरनाथ यात्रा आतंकवाद के काले साए में चलती आ रही है। आतंकवादियों ने कई बार तीर्थ यात्रियों के हौसले तोडऩे की कोशिश की, लेकिन शिवभक्तों के हौसले कभी डगमगाए नहीं। हर वर्ष तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ती गई। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री को जम्मू-कश्मीर की पुलिस को यात्रियों को परेशान न करने की हिदायत देनी चाहिए, क्योंकि अक्सर यात्रा पर जाने वाला हर शिवभक्त जम्मू-कश्मीर पुलिस की कारगुजारी से असंतुष्ट नजर आता है।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड एवं जम्मू-कश्मीर सरकार को नि:शुल्क लंगर लगाने वाली संस्थाओं को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवानी चाहिएं ताकि ज्यादा से ज्यादा तीर्थ यात्री भयमुक्त होकर हिमशिवलिंग के दर्शन कर सकें। श्री अमरनाथ श्राईन बोर्ड ने लंगर लगाने वाली संस्थाओं को फूड मैन्यू जारी कर शिवभक्तों पर शिकंजा कसने की कोशिश की है, जो उचित नहीं। यात्री पहले खाने-पीने का सामान नि:शुल्क लंगर लगाने वाली संस्थाओं से ले लेते थे पर अब उन्हें यह बाजार से महंगा खरीदना पड़ेगा। इससे उनकी यात्रा का खर्चा बढ़ जाएगा। यात्रियों को नि:शुल्क लंगर लगाने वाली संस्थाओं के परिसरों में रात्रि विश्राम के लिए ठहरने पर भी श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने प्रतिबंध लगा दिया है। इस पर भी श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को शीघ्र विचार कर यात्रियों को राहत प्रदान करनी चाहिए।