Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 12:15 PM
पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर पूरा दिन सरकारी बसों का चक्का जाम रहा जबकि दोपहर 12 से 2 बजे तक बस अड्डा बंद करके कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। हड़ताल से जहां यात्री परेशान रहे वहीं...
जालंधर(पुनीत): पंजाब रोडवेज कर्मचारियों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर पूरा दिन सरकारी बसों का चक्का जाम रहा जबकि दोपहर 12 से 2 बजे तक बस अड्डा बंद करके कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास निकाली। हड़ताल से जहां यात्री परेशान रहे वहीं पंजाब रोडवेज के जालंधर डिपो-1 व 2 नंबर डिपो को बसों का चक्का जाम होने के कारण 18 लाख का नुक्सान उठाना पड़ा। बस अड्डे के अंदर इकट्ठ को सम्बोधित करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले कर्मचारियों से जो वायदे किए थे उन्हें पूरा करने के प्रति सरकार सजग नजर नहीं आ रही जिसके चलते कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। कर्मचारियों ने कहा कि जिस कदर अकाली सरकार का रवैया कर्मचारियों के प्रति अनदेखी वाला था इस सरकार का रवैया भी वैसा ही नजर आ रहा है जिससे दोनों पार्टियों की कथनी और करनी एक जैसी प्रतीत हो रही है। कर्मचारियों ने दो-टूक कहा कि आज की हड़ताल एक ट्रेलर है, यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी जिसके लिए सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियां जिम्मेदार होंगी।
बस अड्डा फ्लाईओवर से यात्री उठाती रही प्राइवेट बसें
बस अड्डे के अंदर दोपहर को 2 घंटे तक बसों को प्रवेश नहीं करने दिया गया। इस दौरान दोपहर 12 से 2 बजे तक प्राइवेट बसें बस अड्डा फ्लाईओवर से यात्री उठाती रहीं। इस दौरान बस अड्डा बिल्कुल खाली रहा। 2 बजे के करीब जब बसों का प्रवेश बस अड्डे के अन्दर शुरू हुआ तो प्राइवेट ट्रांसपोर्टर्ज व दूसरे रा’यों की बसों की मौज लग गई। पंजाब की सरकारी बसों के न आने के कारण उक्त बसों को काऊंटर पर अधिक समय मिल रहा था और वह अधिक से अधिक सवारियां उठा रही थीं।
फ्लाईओवर से पैदल उतरते रहे यात्री
बस अड्डा बंद होने के कारण प्राइवेट बसें यात्रियों को फ्लाईओवर पर उतार रही थीं जिसके चलते लोगों को फ्लाईओवर से पैदल उतरना पड़ रहा था। भारी सामान लेकर चलना यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा था। इस दौरान जहां युवतियों को खासी परेशानियां उठानी पड़ीं वहीं बुजुर्ग व बच्चे खासे परेशान रहे। यात्रियों का कहना था कि सरकार को यात्रियों को होने वाली परेशानियों के प्रति उचित कदम उठाने चाहिएं ताकि ऐसे हालात में लोगों को दिक्कत पेश न आए।
कर्मचारियों की तनख्वाह काटी जाएगी : मिन्हास
रोडवेज डिपो-1 के जी.एम. परनीत सिंह मिन्हास का कहना है कि ‘नो वर्क नो पे’ के तहत कर्मचारियों की तनख्वाह काटी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों की हाजिरी नहीं लगी उन्हें चिन्हित करके लिस्ट बनाई जाएगी और उनके वेतन में कटौती होगी। मिन्हास ने कहा कि ट्रांसपोर्ट विभाग के नियमों के मुताबिक जो कर्मचारी हड़ताल या किसी अन्य कारण से दफ्तर नहीं आता उसकी तनख्वाह काटी जाती है व छुट्टी का कारण पूछा जाएगा ताकि कर्मचारियों को भविष्य में इस बात का ध्यान रहे।
ये हैं कर्मचारियों की मुख्य मांगें
-पंजाब रोडवेज के नए टाइम टेबल बनाना।
-कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना।
-ठेके पर भर्ती पर पूर्ण पाबंदी लगाना।
- कार्पोरेशन बनाने का विचार पूर्णत: त्यागना।
-कर्मचारियों की तनख्वाह जारी करना।
-पैंशन पॉलिसी को रिव्यू करना।
-वर्कशाप में तुरंत पक्की भर्ती करना।
-डी.ए. की किस्त तुरंत जारी करना।
-बराबर काम, बराबर तनख्वाह देना।
-12210 नाजायज परमिट रद्द करना।
-1990 वाली ट्रांसपोर्ट पॉलिसी लागू करना।
-किलोमीटर स्कीम की बसों को न डालना।