Edited By Updated: 10 Jun, 2016 09:28 AM
भारत की छवि पूरे विश्व में एक साफ-सुथरा देश बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इंडिया) को उनके अपने मंत्रालय गहरा आघात लगा रहे हैं।
जालंधर (अमित): भारत की छवि पूरे विश्व में एक साफ-सुथरा देश बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इंडिया) को उनके अपने मंत्रालय गहरा आघात लगा रहे हैं।
देश के कोने-कोने में आम जनता को साफ-सफाई रखने और स्वच्छता को अपने जीवन मूल्यों में धारण करने के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से पूरे देश से उच्च-शख्सियतों, खिलाडिय़ों, कलाकारों, कारोबारियों व अन्य गण्यमान्यों को रोल माडल प्रस्तुत करने हेतु बनाए गए ब्रांड अम्बैसेडरों संबंधी मांगी गई एक आर.टी.आई. के जवाब में भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, स्वच्छ भारत मिशन-2 (ग्रामीण) ने एक बेहद हैरान करने वाला जवाब भेजा है जिसमें कहा गया है कि स्वच्छ भारत अभियान में किस व्यक्ति को ब्रांड अम्बैसेडर बनाया गया है इसकी जानकारी उक्त मंत्रालय के पास है ही नहीं। इतना ही नहीं मंत्रालय का कहना है कि स्वच्छता राज्य का विषय है, अत: इसे लागू करने की सारी जिम्मेदारी केवल राज्य सरकार और पंचायती राज संस्थाओं की है।
नकोदर निवासी गौरव जैन ने प्रधानमंत्री कार्यालय में एक आर.टी.आई. दायर की थी, जिसमें उन्होंने पूछा था कि मोदी के ड्रीम प्रोजैक्ट ‘स्वच्छ भारत अभियान’ में देश के कुल कितने लोगों को ब्रांड अम्बैसेडर बनाया गया है, उक्त लोगों ने इस अभियान में लोगों को जागरूक करने के लिए क्या-क्या कार्यक्रम किए हैं, किस-किस तारीख और किस स्थान पर किए हैं एवं देश में कितनी सार्वजनिक सभाएं आयोजित की गई हैं। गौरव की आर.टी.ओ. को पी.एम.ओ. ने पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के पास जवाब देने के लिए भेजा था जिसके पश्चात उक्त अटपटा सा जवाब भेजा गया है।