Edited By Vatika,Updated: 14 Sep, 2018 08:45 AM
पिछले काफी समय से जालंधर नगर निगम जबरदस्त आर्थिक संकट का शिकार है। इस कारण न तो ठेकेदारों को भुगतान हो रहा है और न ही विकास कार्य हो पा रहे हैं। ऐसे में अब निगम के ठेकेदारों ने पानी और स्ट्रीट लाइटों तक को बंद करने का अल्टीमेटम दे दिया है।
जालंधर (खुराना): पिछले काफी समय से जालंधर नगर निगम जबरदस्त आर्थिक संकट का शिकार है। इस कारण न तो ठेकेदारों को भुगतान हो रहा है और न ही विकास कार्य हो पा रहे हैं। ऐसे में अब निगम के ठेकेदारों ने पानी और स्ट्रीट लाइटों तक को बंद करने का अल्टीमेटम दे दिया है।
गौरतलब है कि शहर के ट्यूबवैलों और स्ट्रीट लाइटों का संचालन चंद ठेकेदारों द्वारा किया जाता है। 4 ठेकेदारों की ही बात करें तो उन्होंने निगम से 5 करोड़ से ज्यादा की राशि लेनी है परंतु निगम के पास फंड का कोई इंतजाम नहीं है। निगम को अपने कर्मचारियों को वेतन देना तक मुश्किल हो रहा है।
ठेकेदार सुधीर के पास है 215 ट्यूबवैलों का जिम्मा
निगम ठेकेदार सुधीर कुमार के पास शहर के 215 ट्यूबवैलों के संचालन और 21,000 स्ट्रीट लाइटों का कांट्रैक्ट है। उन्होंने निगम से करीब 3 करोड़ रुपए लेने हैं। उन्होंने आज बाकी ठेकेदारों के साथ निगम कमिश्नर से मिलकर पेमैंट न मिलने की शिकायत की और साफ कहा कि अगर उन्होंने 215 ट्यूबवैलों की सप्लाई बंद कर दी तो शहर में हाहाकार मच जाएगी इसलिए उन्हें जल्द पेमैंट दी जाए। गौरतलब है कि कुछ सप्ताह पहले ठेकेदार सुधीर कुमार ने शहर की 21,000 स्ट्रीट लाइटों को बंद रखकर हड़कम्प मचा दिया था।
चहेते ठेकेदारों को हो रही पेमैंट
कमिश्नर से मिलने वाले ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि निगम प्रशासन चहेते ठेकेदारों को लगातार भुगतान कर रहा है। निगम एस.टी.पी. व डिस्पोजल चलाने वाले ठेकेदारों को तो पैसे दे रहा है परंतु पानी सप्लाई करने वालों को कुछ नहीं दे रहा।