Edited By Updated: 27 Jun, 2016 11:39 AM
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाम्पोर इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर फिदायीन हमले में सी.आर.पी.एफ.
रूपनगर : श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाम्पोर इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर फिदायीन हमले में सी.आर.पी.एफ. के शहीद हुए 8 जवानों में एक नौजवान जिला रूपनगर के गांव बुर्जवाला का निवासी था। इस नौजवान के शहीद हो जाने का समाचार मिलते ही अब गांव में मातम छा गया है।
बेटी ने बताया पापा 16 जून को एक दिन की छुट्टी लेकर घर आए। दूसरे दिन ड्यूटी पर चले गए। जाते समय ये कहकर गए थे कि 28 जून को आऊंगा और श्रीनगर घुमाने के लिए लेजाऊंगा। यह कहते ही कश्मीर के पंपोर में शनिवार को शहीद हुए सी.आर.पी.एफ. के हवलदार जगतार सिंह की बेटी जश्नप्रीत कौर रो पड़ी। जश्नप्रीत 11वीं की स्टूडैंट है। जश्नप्रीत ने बताया कि पापा के घर वापस आने का इंतजार था, पर वाहेगुरु ने आज ये कर दिया। जश्नप्रीत का गला भर आया और पास खड़े ताया पवित्र सिंह के गले लग रोने लग पड़ी। शहीद की पत्नी हरनीप कौर का रो-रोकर बुरा हाल था।
गांव मियांपुर के निकट बुर्जवाला निवासी जगतार सिंह (45 वर्ष) पुत्र सौदागर सिंह वर्ष 1994 में सी.आर.पी.एफ. में भर्ती हुए थे जिनका एक बेटा एवं एक बेटी है। 3 भाइयों में जगतार सिंह सबसे छोटे थे। भाई निर्मल सिंह एवं पवित्र सिंह ने बताया कि गत सायं उनकी जगतार सिंह से बात हुई थी लेकिन बाद में अचानक उसके शहीद हो जाने की सूचना प्राप्त हो गई। जिला रूपनगर के डिप्टी कमिश्नर करनेश शर्मा ने बताया कि शहीद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहीद का शव जम्मू से कल सुबह उसके गांव लाया जाएगा।
इस दुखदायी घटना को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री डा. दलजीत सिंह चीमा ने गहरा शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के साथ सांत्वना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह एक दुखदायी घटना है और इससे इलाके को न पूरा होने वाला नुक्सान हुआ है। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारी सुरेन्द्रपाल सिंह प्रमुख रूप से मौजूद थे।
सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई आज
जगतार सिंह का पार्थिव सीआरपीएफ की ओर से श्रीनगर से रोपड़ में लाया जाएगा। बड़े भाई पंजाब विजिलेंस ब्यूरो इंस्पेक्टर पवित्र सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा। उधर, डी.सी. करुनेश शर्मा ने कहा कि शहीद के परिवार को सरकार 1 लाख की सहायता देगी।
कबड्डी खिलाड़ी थे जगतार सिंह
88 वर्षीय पिता सौदागर सिंह और माता महिंदर कौर भी सदमे में हैं। भाई पवित्र सिंह ने केंद्र व सरकार से मांग की है कि शहीद के परिवार की अधिक से अधिक सरकारी सहायता और सरकारी नौकरी देनी चाहिए। गांव के सरपंच अवतार सिंह ने बताया कि जगतार सिंह कबड्डी खिलाड़ी थे।