जालंधर (अमित) : सुविधा सैंटर के अंदर मौजूदा समय में 38 काऊंटरों पर लगभग 100 सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। कुछ दिन पहले शुरू हुई ई-डिस्ट्रिक्ट सेवा के संचालन में आ रही परेशानी को कम करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से रोजाना कदम उठाए जाने के बावजूद समस्या का स्थाई हल निकलता न देख प्रशासन ने गहन विचार-विमर्श के उपरांत प्रशासन ने कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है, ताकि इस समस्या का स्थाई समाधान निकालकर आम जनता को राहत प्रदान की जा सके।
पंजाब केसरी से विशेष बातचीत में ए.डी.सी. गिरीश दयालन ने बताया कि गत दिवस चंडीगढ़ से विशेष डी.ओ.जी.आर. (डिपार्टमैंट आफ गवर्नैंस रिफार्म्स) टीम आई थी, जिसके साथ हर मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने के उपरांत इस समस्या को ठीक करने के लिए किए जाने वाले सारे सुधार कार्यों संबंधी चीफ सैक्रेटरी को लिखित रूप से सूचित किया गया है। सोमवार को किए गए बदलावों में मैरिज रजिस्ट्रेशन के दोनों काऊंटर पहले की भांति पुरानी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिए गए। इसके साथ ही एस.सी./बी.सी. सर्टीफिकेट काऊंटर की गिनती बढ़ाकर 5 कर दी गई। इसे बाद में और भी बढ़ाया जा सकता है।
लर्निंग लाइसैंस काऊंटर भी होंगे स्थाई तौर पर बंद
सुविधा सैंटर के अंदर चलने वाले लर्निंग लाइसैंस के पांचों काऊंटरों को तुरंत प्रभाव से बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके पश्चात अब लर्निंग लाइसैंस केवल डी.टी.ओ. कार्यालय से ही बन पाएंगे। इतना ही नहीं सुविधा सैंटर में चल रहे मैडीकल काऊंटर भी लर्निंग लाइसैंस काऊंटर के बंद होने के कारण स्थाई तौर पर बंद हो जाएंगे।
जब तक सेवा केन्द्र नहीं खुलते, सुविधा सैंटर में 4 घंटे अधिक होगा कामकाज
जब तक जिले के अंदर सेवा केन्द्र नहीं खुल जाते, तब तक आम जनता की परेशानी को कम करने के उद्देश्य से सुविधा सैंटर में सुबह 8 से लेकर शाम 8 बजे तक काम होगा। 4 घंटे अधिक काम करने से अधिक गिनती में आवेदन निपटाए जा सकेंंगे। इसके अतिरिक्त एस.सी./बी.सी. एवं मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट का काम शनिवार को भी किया जाएगा। बाद में यह सेवा रविवार को भी उपलब्ध करवाई जा सकती है।
काऊंटर बंद करने से आम जनता भी होगी परेशान : विज
सीनियर कांग्रेसी नेता सुदेश विज ने कहा कि लॄनग लाइसैंस काऊंटर के कारण सुविधा सैंटर के अंदर 3 कर्मचारियों की सैलरी कमाई जा रही थी। यह काऊंटर बंद करने से 3 कर्मचारियों की सैलरी जितनी राशि तो सुविधा सैंटर को कम प्राप्त होगी ही, मगर इसके साथ ही आम जनता को भी अपने लॄनग लाइसैंस बनवाने के लिए परेशानी झेलनी होगी, क्योंकि यह जग-जाहिर है कि डी.टी.ओ. कार्यालय में भ्रष्टाचार अपनी चरम-सीमा पर है।