Edited By Updated: 22 Oct, 2016 03:51 PM
सरकारी अस्पताल नूरमहल में मौत होने के बाद लावारिस पड़े एक भिखारी के शव को उसके वारिसों को सौंपने के लिए पुलिस उन्हें ढूंढऩे की जद्दोजहद कर रही है।
जालंधरः सरकारी अस्पताल नूरमहल में मौत होने के बाद लावारिस पड़े एक भिखारी के शव को उसके वारिसों को सौंपने के लिए पुलिस उन्हें ढूंढऩे की जद्दोजहद कर रही है। जो भी वारिस निकलेगा, उसके वारे-न्यारे हो जाएंगे, क्योंकि पुलिस के अनुसार मृतक के बैंक खाते में 18 लाख रुपए से ज्यादा की राशि जमा है।
शव खरैती लाल पुत्र कृपा राम का है जो कुछ दिन पहले नूरमहल के सरकारी अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई हार गया। लोगों ने खरैती को इधर-उधर घूमते व मांगकर खाते हुए देखा था। वह ज्यादातर गोशाला मंदिर में रहता था। खरैती लाल की मौत के बाद उससे एक बैंक पासबुक मिली है। इसके मुताबिक उसके पास 18 लाख रुपए की जमा पूंजी है।
लंबे अरसे से खरैती लाल की किसी ने सुध नहीं ली थी। दिनभर घूमने के बाद वह रात को कहीं भी सो जाता था। पुलिस ने शव को लावारिस बताते हुए जंडियाला मंजकी के सिविल अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। बताया जा रहा है कि खरैती लाल सरकारी मुलाजिम रहा था। उसे पेंशन मिलती थी। उसने नूरमहल में कमरा ले रखा था। उसके दो बेटियां व दो बेटे बताए जा रहे हैं। इसमें से एक बेटी की शादी जालंधर शहर में हुई है। खैराती लाल के आधार कार्ड से उसका पी.एन.बी. खाता लिंक है, जिसमें 18,28,841 रुपए है।