Edited By Updated: 20 Jul, 2016 04:03 PM
बिहार के औरंगाबाद में सी.आर.पी.एफ. हेड क्वार्टर पर सोमवार रात को हुए नक्सली हमले में होशियारपुर के दसूहा इलाके में पड़ते
होशियारपुर (पंजाब): बिहार के औरंगाबाद में सी.आर.पी.एफ. हेड क्वार्टर पर सोमवार रात को हुए नक्सली हमले में होशियारपुर के दसूहा इलाके में पड़ते गांव रणसोता का 28 साल का रमेश शहीद हो गया। रमेश का भाई भी आर्मी में है आैर इन दिनों फिरोजपुर में तैनात है। पिता की मौत हो चुकी है। सुबह ही रिश्तेदारों को रमेश की शहादत का पता चल गया था पर मां को इस बारे में बड़े भाई के घर आने पर बताया गया। जैसे ही मां को पता चला तो वह बेसुध हो गई। उधर शादी के सपने संजोए इंतजार में बैठी मंगेतर होश खो बैठी ।
मंगलवार सुबह जब रमेश कुमार के परिजनों को बेटे के शहीद होने का पता चला तो उसकी विधवा मां कैलाश कौर और भाभी मौजूद थीं। शहीद के बड़े भाई नीरज कुमार ने बताया उसने सुबह पता चल गया था जिसके बाद वह अपनी यूनिट से छुट्टी लेकर दोपहर को घर पहुंचा है। नीरज ने बताया कि उनके पिता की मौत हो चुकी है और वह दो भाई तथा तीन बहनें हैं। रमेश कुमार सबसे छोटा था जिसकी सगाई हो चुकी थी। अब उसके छुट्टी आने के बाद शादी की जानी थी। नीरज ने कहा कि चार साल पहले सी.आर.पी.एफ. में भर्ती हुए भाई की कमी तो सारी उम्र पूरी नहीं होगी पर उनके परिवार को रमेश कुमार पर गर्व है कि उसने देश के लिए अपनी जान दी है। उसने बताया कि भाई 205 कोबरा बटालियन में था।