Edited By swetha,Updated: 17 Jun, 2019 09:35 AM
ग्रीन कालोनी नजदीक दाना मंडी टांडा में निर्माणाधीन कोठी में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कोठी में प्लास्टर का काम कर रहे राजमिस्त्री व मजदूर हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए।
टांडा-उड़मुड़(पंडित): ग्रीन कालोनी नजदीक दाना मंडी टांडा में निर्माणाधीन कोठी में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कोठी में प्लास्टर का काम कर रहे राजमिस्त्री व मजदूर हाई वोल्टेज तारों की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए। झुलसे राजमिस्त्री निर्मल सिंह पुत्र स्वर्ण चंद निवासी गग्ग सुल्तान और मजदूर तरसेम सिंह रवि पुत्र बुध राम निवासी धामिया खुर्द को सरकारी अस्पताल टांडा में भर्ती करवाया गया है।
हादसा दोपहर 12.30 बजे हुआ जब दोनों कोठी की छत पर हाई वोल्टेज तारों के नजदीक ही प्लास्टर का काम कर रहे थे। तारों की चपेट में आने के कारण लगी आग के चलते दोनों बुरी तरह झुलस गए। दोनों की चीखें सुन कालोनी में मौजूद युवक जसपाल सिंह टोनी, करणजीत सिंह व जसप्रीत कौर ने आग पर काबू पाया और 108 नंबर पर कॉल कर एम्बुलैंस की टीम जिसमें दलजीत सिंह व अब्दुल की मदद से दोनों को सरकारी अस्पताल टांडा पहुंचाया, जहां दोनों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद होशियारपुर रैफर किया गया है।
प्राथमिक चिकित्सा देने वाले डाक्टर ने बताया कि निर्मल के लगभग 15 फीसदी इलैक्ट्रिक बर्न है और तरसेम के लगभग 55 फीसदी बर्न है। हादसा कोठी की छत के साथ जाती हाई वोल्टेज तारों के कारण हुआ है। बड़ी लापरवाही से बनाई जा रही कोठी गांव मूनका निवासी धर्म सिंह की बताई जा रही है। बिजली महकमे के अधिकारी के मुताबिक कोठी के ऊपर से गुजर रही 132 के.वी. लाइन से सुरक्षित दूरी लगभग 16 फुट होनी चाहिए लेकिन इसके विपरीत निर्माणाधीन कोठी से तारों की दूरी महज 5 फुट से भी कम है जो हादसे को सीधा निमंत्रण है। थाना प्रभारी इंस्पैक्टर गुरदेव सिंह की टीम ने मौके पर जाकर जांच-पड़ताल की।