Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Feb, 2018 02:25 PM
सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र की एक होनहार बेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया है। लेकिन हिमाचल सरकार इस होनहार बेटी को शायद मान सम्मान देना भूल गई है। दरअसल पेसापालो खेल (बेस बॉल की तरह खेला जाने वाला खेल) में एशिया में...
नाहन:सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र की एक होनहार बेटी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल के साथ-साथ देश का नाम रोशन किया है। लेकिन हिमाचल सरकार इस होनहार बेटी को शायद मान सम्मान देना भूल गई है। दरअसल पेसापालो खेल (बेस बॉल की तरह खेला जाने वाला खेल) में एशिया में भारत को स्वर्ण पदक व विश्व कप में कांस्य पदक दिलाने वाली बेटी शालू का सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रही है। शालू ने इस वीडियो में अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देवभूमि के साथ देश का नाम मान बढ़ाया है। लेकिन सरकार ने उसके लिए कुछ नहीं किया । जिस कारण वह बहुत निराश है
सरकार अपने ही प्रदेश की होनहार खिलाड़ी को भूल गई
दूसरी खेलों की चकाचौंध के बीच शालू को पेसापालो खेल में मिले स्वर्ण पदक की चमक भी फीकी पड़ गई है। दूर-दूर से प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को प्रदेश में लाकर उन्हें सम्मानित करने वाली सरकार अपने ही प्रदेश की होनहार खिलाड़ी शालू को भूल गई। विश्व कप में इस बेटी को खेल की कप्तानी का भी मौका मिला और यहां बेस्ट खिलाड़ी के अवॉर्ड से भी सम्मानित हुई। वहीं दूसरी ओर खेल विभाग का कहना है कि पेसापोलो खेल मान्यता प्राप्त खेल नहीं है।