Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 10:02 AM
नगर के प्रसिद्ध एवं पुरानी शाहपुर रोड पर स्थित बाऊलियों वाले मंदिर ठाकुरद्वारा को दान की गई मंदिर परिसर के सामने वाली बहुमूल्य जमीन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विवाद की जड़ मंदिर को दान दी गई 34 मरले जगह की रजिस्ट्री किसी और व्यक्ति के नाम पर करने...
पठानकोट (शारदा): नगर के प्रसिद्ध एवं पुरानी शाहपुर रोड पर स्थित बाऊलियों वाले मंदिर ठाकुरद्वारा को दान की गई मंदिर परिसर के सामने वाली बहुमूल्य जमीन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विवाद की जड़ मंदिर को दान दी गई 34 मरले जगह की रजिस्ट्री किसी और व्यक्ति के नाम पर करने की है।
इस संबंध में संबंधित मंदिर के ट्रस्ट की अध्यक्षा रमा शर्मा पत्नी स्व. कृष्ण लाल निवासी मोहल्ला काजीपुरा के पक्ष में रामलीला क्लब उमेश्वर कला मंदिर (रजि.) के सदस्य भी उतर आए तथा मंदिर की जमीन की कथित रूप से जाली दस्तावेजों के आधार पर हुई रजिस्ट्री का खुला विरोध किया। समूचे वाक्या संबंधी व तथ्यों से पर्दा उठाते हुए मंदिर के ट्रस्ट की अध्यक्षा रमा शर्मा ने बताया कि वर्ष 1911 में महिन्द्र सिंह पुत्र काहन सिंह, गुरमुख सिंह पुत्र जैमल सिंह ने मंदिर को 3 कनाल 8 मरले जमीन दान दी थी। इसके बाद 2011 में मंदिर की धार्मिक गतिविधियां चलाने के लिए ट्रस्ट बनाया गया था जिसका उन्हें अध्यक्ष चुना गया।
वर्ष 2016 में कुछेक सदस्यों ने एक और अलग मंदिर के नाम पर ट्रस्ट बना लिया। दूसरे ट्रस्ट ने उपरोक्त दान की हुई बहुमूल्य जमीन को बेचने के लिए सौदा कर लिया तथा इसकी एवज में बयाना भी ले लिया परन्तु जब संबंधित पार्टी कब्जा लेने आई तो उन्होंने इसका विरोध जताते हुए कब्जा नहीं होने दिया। रमा ने बताया कि पिछले कल ही उन्हें जानकारी मिली कि लमीनी निवासी एक व्यक्ति ने किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर 34 मरले जमीन बेचकर उसकी रजिस्ट्री भी करवा दी। मामला उजागर होने पर इस बाबत उन्होंने जिला कांग्रेस अध्यक्ष के सामने मसला उठाया व उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगाई।
क्या कहते हैं जिला कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं इस संबंध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल विज ने बताया कि मामला उनके ध्यान में आया है तथा किसी भी पक्ष के साथ धक्केशाही नहीं होने जाएगी। मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी।
मंदिर की असली ट्रस्टी के साथ नहीं होने देंगे धक्का
वहीं पीड़िता के पक्ष में उतरे उमेश्वर कला मंदिर रामलीला क्लब ने पुरजोर ढंग से मंदिर को दान की गई बहुमूल्य भूमि की हेर-फेर के साथ ही अन्यत्र व्यक्ति को रजिस्ट्री का खुला विरोध किया तथा चेतावनी दी कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो उनका क्लब बड़े संघर्ष का शंखनाद करेगा। क्लब के प्रधान बोध राज, डायरैक्टर मंगल सिंह, सरपरस्त हंस राज, किशन चंद, दीपू ने बताया कि उनका क्लब पिछले 27 वर्षों से वहां रामलीला मंचन करता आ रहा है तथा उक्त भूमि मंदिर को दान हुई है। यहां किसी भी प्रकार से अवैध कब्जा नहीं होने देंगे।