Edited By Updated: 28 Sep, 2016 05:41 PM
गांव कोटला मूसा के रविन्द्र सिंह पुत्र सुखराज सिंह की गत दिवस जेल में हुई मौत के बाद उस समय बवाल मच गया जब अपने बेटे की लाश को गाड़ी में लेकर बटाला के एस.एस.पी. कार्यालय में धरना देने जा रहे परिजनों व गांववासियों को पुलिस अधिकारियों ने जालन्धर रोड...
बटाला(बेरी, विपन, अश्विनी, योगी): गांव कोटला मूसा के रविन्द्र सिंह पुत्र सुखराज सिंह की गत दिवस जेल में हुई मौत के बाद उस समय बवाल मच गया जब अपने बेटे की लाश को गाड़ी में लेकर बटाला के एस.एस.पी. कार्यालय में धरना देने जा रहे परिजनों व गांववासियों को पुलिस अधिकारियों ने जालन्धर रोड हंसली पुल पर को रोक दिया।
इस पर पुलिस प्रशासन व मृतक के परिजनों व गांववासियों के बीच जहां तू-तू मैं-मैं हो गई, वहां यातायात जाम लग गया।नौजवान के पिता सुखराज सिंह ने कहा कि उनके बेटे रविन्द्र सिंह का अपनी पत्नी प्रभजोत कौर के विवाह संबंधी झगड़ा चल रहा था। अदालत ने रविन्द्र सिंह को पत्नी प्रभजोत कौर को खर्चा देने का आदेश दिया था। उसका बेटा रविन्द्र सिंह कोई काम काज नहीं करता था। इस कारण वह खर्चा नहीं दे सका।
अदालत के आदेशानुसार 16 सितम्बर को उसके बेटे को गुरदासपुर जेल में भेज दिया गया। पुलिस द्वारा जेल ले जाने से पहले उनके बेटे को उसकी पत्नी प्रभजोत कौर उसके पिता वस्सन सिंह, राजविन्द्र कौर, गुरकृपाल सिंह निवासीयान गांव गाजीनंगल तहसील डेरा बाबा नानक जिला गुरदासपुर एवं प्रभजोत कौर के जीजा व एक अन्य अज्ञात व्यक्ति ने धमकियां दी कि उनके जेल में बहुत संबंध हैं। वह उसे जीवित बाहर नहीं आने देंगे।
सुखराज सिंह ने बताया कि वह व उसकी बहन मनजीत कौर जब 21 सितम्बर को जेल में रविन्द्र सिंह से मिलने गए तो जेल अधिकारियों ने पहले मिलने नहीं दिया था। जोर डालने पर जब उन्हें रविन्द्र सिंह से मिलाया गया तो वह व्हील चेयर पर बेहोशी की हालत में था। उसके बेटे को अदालती आदेशानुसार जेल प्रशासन ने गुरु नानक अस्पताल अमृतसर में उपचार हेतु भर्ती करवाया जहां पर 26 सितम्बर को उसकी मौत हो गई।
उन्होंने आरोप लगाते कहा कि उसके बेटे को लड़की के परिजनों ने जेल अधिकारियों (सुपरिंटैंडैंट) के साथ मिलकर मारा है। उनकी मांग है कि इस मामले की जांच कर आरोपियों पर बनती कार्रवाई की जाए । इस दौरान नौजवान रविन्द्र सिंह की माता अपने बेटे के शव पर फूट-फूट कर रो रही थी । घटनास्थल पर मौके पर पहुंचे एस.पी मुख्यालय जगजीत सिंह सरोआ ने मृतक के परिवारिक सदस्यों को बनती कार्रवाई का आश्वासन दिलाया जिसके बाद परिवारिक सदस्य अपने बेटे का शव वापस गांव ले गए।
इस संबंधी जेल सुपरिंटैंडैंट गुरदासपुर दिलबाग सिंह ने बताया कि नौजवान रविन्द्र सिंह के साथ जेल में किसी तरह से भी मारपीट नहीं हुई है। उसकी मौत प्राकृतिक तौर पर हुई है। वह डिप्रैशन में चल रहा था ।