Edited By Mohit,Updated: 11 Feb, 2020 07:52 PM
पठानकोट सिविल अस्पताल में एच.आई.वी से ग्रस्त उपचाराधीन मरीज की टांग में से खून बह..........
पठानकोट (शारदा): पठानकोट सिविल अस्पताल में एच.आई.वी से ग्रस्त उपचाराधीन मरीज की टांग में से खून बह जाने से उसकी मौत हो गई है वहीं मरीज का खून एमरजैंसी वार्ड में वहने से अस्पताल कर्मियों को दो-चार होना पड़ा क्योंकि एमरजैंसी वार्ड स्थित ड्रैसिंग रूम में जगह जगह खून बहने से कोई और मरीज उसकी चपेट में न आए उसके लिए एमरजैंसी वार्ड को स्टरलाईज करने हेतु सफाई कर्मियों को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। ड्रैसिंग रूम को स्टरलाईज करने के बाद 12 घंटे के लिए बंद कर दिया गया ताकि कोई भी मरीज ड्रैसिंग रूम में न आ जा सके।
जानकारी के अनुसार मरीज निकटवर्ती राज्य जम्मू के जिला कठुआ के अधीन पड़ते गांव का निवासी था ओर नशे का आदी था। नशे के चलते उसने इन्फैक्टेड सरिंज का प्रयोग करने से वह एच.आई.वी पॉजिटिव हो गया था। ओर कुछ दिन पूर्व उसके साथ घटित हुई दुर्घटना में उसकी टांग टूट गई थी जिसके चलते उसका ऑप्रेशन किया गया था। गत रात्रि वह खुद ही वार्ड से नीचे उतर कर एमरजैंसी वार्ड के ड्रैसिंग रूम में चला गया ओर उसने खुद टांके खोल दिए ओर उसका खून अधिक मात्रा में बह गया जिसके चलते हुई मौत हो गई।
क्या कहना है एस.एम.ओ का
इस संबंधा में जब एस.एम.ओ डा. भुपिन्द्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मरीज के टांग में चोट लगाई हुई थी और वह पिछले 14 जनवरी से अस्पताल में भर्ती था। उन्होंने बताया कि गत रात्री वह बिना बताए मेल वार्ड से खुद ही उत्तर कर नीचे आ गया और उसने बिना बताए उसने खुद टांके खोल दिए जिसके कारण उसका खून ज्यादा बह गया और स्टाफ ने उसे बचाने का पूरा प्रयास किया लेकिन खून अधिक बहने के कारण उसकी मौत हो गई।