Edited By Updated: 30 Jul, 2016 11:27 AM
पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले को लेकर भारत को अमरीका से पाकिस्तान के खिलाफ एक मजबूत सबूत मिला है। अमरीका ने एनआईए को एक डॉजियर सौंपा है
नई दिल्लीः पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले को लेकर भारत को अमरीका से पाकिस्तान के खिलाफ एक मजबूत सबूत मिला है। अमरीका ने एन.आई.ए. को एक डॉजियर सौंपा है, जिसमें पठानकोट हमले से जुड़ी जानकारियां हैं। अमरीका के दिए सबूतों से साबित होता है कि पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी।
अमरीका ने एन.आई.ए. को एक हजार पन्नों का डॉजियर सौंपा है जिसमे जैश-ए-मोहम्मद के सरगना कासिफ जान और चार फिदायीनों के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा है। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक अमरीका के डॉजियर में जैश- ए-मोहम्मद के आकाओं के बीच एक तय समय में हुई बातचीत भी दर्ज है।
डॉजियर में ये भी है कि कासिम जान वॉट्सऐप पर चैट करने के अलावा एक फेसबुक अकाउंट भी इस्तेमाल कर रहा था। ये फेसबुक अकाउंट उसी नंबर से जुड़ा हुआ था जिस नम्बर से हमलावरों ने एस.पी. सलविंदर सिंह का अपहरण करते समय पठानकोट से फोन किया था।
अखबार के मुताबिक हमले के पूरे समय तक जैश के चारों फिदायीन नासिर हुसैन, अबू बकर, उमर फारूख और अब्दुल कयूम 80 घंटे तक पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से लगातार सम्पर्क में थे। एन.आई.ए. ने अमरीका से चैट्स और अकाउंट्स का पूरा ब्यौरा मांगा था।
एन.आई.ए. के एक अधिकारी ने बताया कि इन कागजातों के मिलने से भारत का पक्ष और मजबूत होगा। इससे संयुक्त राष्ट्र की एजैंसी में मसूद अजहर को आतंकी घोषित किए जाने के लिए भारत की अर्जी को भी मदद मिलेगी। इस अधिकारी ने बताया कि यह बातचीत कुछ वैसी ही है जैसी 2008 में मुम्बई हमले से पहले लश्कर के आतंकियों के बीच हुई थी।