Edited By swetha,Updated: 11 Jun, 2019 10:21 AM
राज्य सरकार तथा पुलिस प्रशासन द्वारा नशों को समाप्त करने के किए जा रहे दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं जिसके तहत बटाला के निकटवर्ती गांव चूहेवाल में नशे की गिरफ्त में फंसे 22 वर्षीय नौजवान पवन सिंह की नशे की ओवरडोज लेने से मौत होने का मामला...
बटाला(मठारू): राज्य सरकार तथा पुलिस प्रशासन द्वारा नशों को समाप्त करने के किए जा रहे दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे हैं जिसके तहत बटाला के निकटवर्ती गांव चूहेवाल में नशे की गिरफ्त में फंसे 22 वर्षीय नौजवान पवन सिंह की नशे की ओवरडोज लेने से मौत होने का मामला सामने आया है। वहीं एक दर्जन के करीब गांवों के पंचों, सरपंचों व क्षेत्र के गण्यमान्य व्यक्तियों ने बताया कि गांव चूहेवाल, मिशरपुरा, रंगीलपुर, फुलके, बासरपुरा, नठवाल, जैतो सरजा, बल, पुरियां आदि में सरेआम बड़े स्तर पर कथित तौर पर नशा बिक रहा है, जबकि क्षेत्र के नौजवान नशे के कारण मृत्यु के मुंह में जा रहे हैं।
इस सम्बन्धी सरपंच राजिन्द्र सिंह रंगीलपुर, चेयरमैन सुखजिन्द्र सिंह रंधावा, सरपंच तेजपाल सिंह, सरपंच दलजीत सिंह, सरपंच तरसेम सिंह, सरपंच बलराज सिंह बल्ला, परमजीत सिंह प्रधान, अमरीक सिंह, कुलवंत सिंह फौजी, साहिब सिंह जैतो सरजा, कुलवंत सिंह, गुरलाल सिंह, हरनेक सिंह सहित अन्य सदस्यों ने बताया कि इन गांवों में कथित तौर पर चल रहे नशे के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस जिला बटाला के एस.एस.पी. को 4 बार मिल कर मीटिंग करने के अतिरिक्त गांवों में नशे पर अंकुश लगाने हेतु आग्रह किया गया, जबकि पंजाब पुलिस द्वारा गांवों तथा पुलिस स्टेशनों में नशों की रोकथाम करने संबंधी आम लोगों को जागरूक करने हेतु रखी बैठकों में भी सरपंच राजिन्द्र सिंह रंगीलपुर सहित अन्य व्यक्तियों द्वारा भी सरेआम इन 8-10 गांवों का नाम लेकर पुलिस को सूचित किया गया कि इन गांवों में कुछ लोग नशे के कारोबार में लगे हुए हैं जिन्हें रोकना बेहद जरूरी है। इन गांवों के बच्चे व नौजवान नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं।