Edited By Vatika,Updated: 17 May, 2018 11:11 AM
गत दिवस रेलवे फाटक से टकरा कर घायल हुए व्यक्ति की हुई मौत मामले में रेलवे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने अस्पताल में धरना लगाकर रोष जताया। उनकी मांग थी कि तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा जब तक आरोपी...
अबोहर(भारद्वाज): गत दिवस रेलवे फाटक से टकरा कर घायल हुए व्यक्ति की हुई मौत मामले में रेलवे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने अस्पताल में धरना लगाकर रोष जताया। उनकी मांग थी कि तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा जब तक आरोपी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई न होती। पुलिस कप्तान द्वारा भरोसा दिए जाने के बाद परिजन मृतक के शव को ले जाने को राजी हुए।
गांव पंजकोसी निवासी मृतक 50 वर्षीय राज कुमार पुत्र चाचन राम के भाई घनश्याम उदानिया का कहना था कि बेशक राज कुमार रेलवे फाटक से टकरा कर घायल हुआ था लेकिन अगर रेलवे पुलिस कर्मी उसका इलाज करवाने को तरजीह देते तो राज कुमार की मौत नहीं होती। उनका कहना था कि रेलवे पुलिस कर्मियों ने उसका इलाज करवाने की बजाय उसे थाने में हिरासत में रखा जिस कारण उसकी हालत बिगड़ी व बाद में उसकी मौत हो गई।
उनका आरोप था कि पुलिस कर्मी ही राजकुमार की मौत के जिम्मेदार हैं इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। परिजनों ने तब तक मृतक के शव को अस्पताल से ले जाने से इंकार कर दिया व अस्पताल में ही टैंट लगाकर धरना शुरू कर दिया जब तक दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा उन्हें नहीं मिला। पुलिस कप्तान अमरजीत सिंह द्वारा मृतक के परिजनों को भरोसा दिए जाने के बाद परिजन मृतक का शव ले जाने को राजी हुए व धरना समाप्त किया।