Edited By Vatika,Updated: 13 Aug, 2018 06:52 PM
धान की फसल पर हुए पत्ता लपेट के हमले ने किसानों का दिन का चैन व रातों की नींद उड़ा कर रख दी है ,जबकि किसान पत्ता लपेट से अपनी धान की फसल को बचाने हेतु महंगे भाव की कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने को मजबूर हैं।
जलालाबाद(मिक्की): धान की फसल पर हुए पत्ता लपेट के हमले ने किसानों का दिन का चैन व रातों की नींद उड़ा कर रख दी है ,जबकि किसान पत्ता लपेट से अपनी धान की फसल को बचाने हेतु महंगे भाव की कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने को मजबूर हैं।
उल्लेखनीय है कि किसानों द्वारा भारी मेहनत से तैयार की जा रही धान की फसल पर वर्तमान समय में पत्ता लपेट सुंडी ने अपना हमला कर दिया है, जिस कारण फसल को काफी नुक्सान पहुंच रहा है व फसल का हो रहा यह नुक्सान किसानों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बना हुआ है। इसके मद्देनजर किसानों द्वारा अपनी फसल को पत्ता लपेट से बचाने हेतु महंगे भाव की कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है जिसके साथ जहां किसानों को भारी कृषि खर्च को सहन करना पड़ रहा है, उसके साथ क्षेत्र में बारिश की कमी भी किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
इस संबंध किसानों ने कहा कि सावन माह में मौसम की बेरुखी और भीषण गर्मी के चलते उनके लिए पहले ही धान की फसल के लिए पानी मुहैया करवाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं, वहीं पत्ता लपेट के हमले ने कर्ज की दलदल में फंसे किसानों को इस बड़ी मुश्किल में डाल दिया है, जिस सबके चलते मौजूदा दौर में किसानों को बारिश की कमी और ऊपर से धान पर पत्ता लपेट की मार ने काफी परेशान किया हुआ है, लेकिन फिर भी उन्हें उम्मीद है कि अगर इस दौरान क्षेत्र में जमकर बारिश होती है तो जहां पत्ता लपेट से छुटकारा मिलेगा। उसके साथ जिन किसान भाइयों द्वारा अभी कीटनाशक दवाइयों की स्प्रे धान पर नहीं की गई है तो उनका यह खर्च भी बारिश आने की सूरत में बच जाएगा।