Edited By swetha,Updated: 24 Sep, 2018 09:43 AM
मानसा जिले अंदर गांव बप्पियाना में गुजरते मूसा ब्रांच के रजबाहे में बड़ी दरार पडऩे से किसानों की करीब 120 एकड़ धान की फसल पानी से भर कर तबाह हो चुकी है। इस क्षेत्र के किसानों की तरफ से रजबाहे के दरार को भरने के लिए अथक कोशिशें जारी हैं। इस दरार को...
मानसा(मित्तल): मानसा जिले अंदर गांव बप्पियाना में गुजरते मूसा ब्रांच के रजबाहे में बड़ी दरार पडऩे से किसानों की करीब 120 एकड़ धान की फसल पानी से भर कर तबाह हो चुकी है। इस क्षेत्र के किसानों की तरफ से रजबाहे के दरार को भरने के लिए अथक कोशिशें जारी हैं। इस दरार को भरने के लिए नहरी महकमे के यत्न पानी का बहाव तेज होने के कारण फेल साबित हो चुके हैं।
महकमे के अधिकारियों का कहना था कि पानी का तेज बहाव रुकने पर ही दरार को भरा जा सकता है। इस रजबाहे में आई दरार लगातार चौड़ी होती जा रही है, जिससे गांव बप्पियाना के साथ लगते दूसरे गांवों की फसलों को भी नुक्सान होने की संभावना है।
जम्हूरी किसान सभा के जिला प्रैस सचिव इकबाल सिंह फफड़े ने बताया कि मूसा ब्रांच के रजबाहे में दरार पडऩे से इस क्षेत्र के किसान सुखदेव सिंह की 5 एकड़, मग्घर सिंह की 6 एकड़, जोगिन्द्र सिंह की 5 एकड़, गुरजंट सिंह की 15 एकड़, मक्खण सिंह की 7 एकड़ और बूटा सिंह की 8 एकड़ के अलावा दूसरे किसानों की सैंकड़े एकड़ जमीन पर खड़ी धान की फसल बुरी तरह तबाह हो गई।
उनका तर्क है कि यदि नहरी महकमे ने रजबाहे का पानी बंद कर दिया तो पानी का बहाव 24 घंटों अंदर कम होगा। तब तक अन्य किसानों की कई एकड़ धान की फसल तबाह हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस रजबाहे में पड़ी दरार को जल्द भरा जाए नहीं तो कर्जे में डूबे किसानों की सैंकड़े एकड़ जमीन पर खड़ी धान की फसल तबाह हो जाएगी और उनका बड़ी स्तर पर आर्थिक नुक्सान होगा। खबर लिखे जाने तक विभिन्न गांवों के किसानों द्वारा इस राजवाहे में पड़ी दरार को भरने के यत्न जारी थे।